फार्टलेक प्रशिक्षण विधि क्या होती है?
फार्टलेक विधि: यह सहन क्षमता को बढ़ाने की विधि है। इस विधि को 1930 में स्वीडिश कोच 'गोस्ता होल्मर' द्वारा विकसित किया गया था। इसलिए इसे 'स्वीडिश प्ले (Swedish Play)' या 'स्पीड प्ले (Speed Play)' भी कहा जाता है। इस विधि में धावक अपने अनुसार अपनी गति को आसपास के वातावरण के अनुकूल परिवर्तित कर सकता है। इस विधि के द्वारा शक्ति और सहन क्षमता का विकास होता है। खिलाड़ी अपनी गति अपने अनुसार परिवर्तित करता है। अत: यह विधि स्वत: अनुशासति कहलाती है। इसमें हृदय गति प्रति मिनट पहुँच जाती है। फार्टलेक प्रशिक्षण में दौड़ कम ज़्यादा होती रहती है।



