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बच्चे तथा खेल

Question
CBSEHHIPEH12036952

गति विकास के विभिन्न चरण समझाइए?
अथवा
बच्चों के बाल्यावस्था में गामक विकास पर चर्चा कीजिए।

Solution

बच्चों में गामक विकास अध्ययन वाल्यावस्था के निम्नलिखित तीन चरणों में किया जा सकता है।

प्रारंभिक अवस्था (Early Childhood): इस अवस्था की अवधि दूसरे वर्ष से प्रांरभ होती है तथा छठे वर्ष तक चलती है। इस अवधि के दौरान गामक विकास अधिक तेजी से होता है। इसे 'विद्यालय पूर्व अवधि ' कहा जाता है।
(क) इस अवधि के दौरान बालक दौड़ने- कूदने, फेंकने जैसी मूलभूत गतिविधयों में निपुण हो जाता है।
(ख) इस अवधि के दौरान सीढ़ी पर चढ़ने की क्षमता में दक्षता आ जाती है।
(ग) इस अवधि में बच्चें के कदमों की लम्बाई बढ़ जाती है और उनके दौड़ने का तरीका परिपक्व हो जाता है।
(घ) वे कुशलता पूर्वक उछल तथा दौड़ सकते है।
(ड्) जिमनास्टिक ओर तैराकी जैसे खेलों का प्रशिक्षण इस उम्र में शुरू किया जा सकता है।

 

मध्यकाल (Middle Childhood): यह अवस्था 7 वर्ष से 10 वर्ष की आयु तक रहती है। इस आयु में बालक में परिर्वतन होतें है।
(क) बच्चे क्रियाशील और स्फूर्तिमान हो जाते है।
(ख) विभिन्न शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने की प्रबल इच्छा होती है।
(ग) आँख, हाथों और पैरो में समन्वय।
(घ) आसन और संतुलन अच्छा बना रहता है।
(ड्) स्थिर व उत्तम गामक कौशल।
(च) मेल जोल करने की योग्यता में विकास का स्तर उच्चतम होता है जबकि लचक में विकास धीरे- धीरे होता है।

उत्तर बाल्यावस्था (Late Childhood): यह अवस्था 11 से 12 वर्ष की आयु तथा अथवा लैंगिक रूप से परपिक्व होने के प्रारंभ तक रहती है।
(क) इस अवधि में लड़किया अपने मासिक धर्म के समय पूर्व आरंभ होने के कारण लड़के की अपेक्षा अस्थाई रूप से अधिक लंबी तथा स्थूल होती है।
(ख) लड़को तथा लड़कियों की शारीरिक शक्ति में अंतर प्रारंभ हो जाता है।
(ग) अधिकतर बच्चे सर्वाधिक जटिल गामक कौशलों में महारत हासिल कर लेते है।
(घ) वे युक्तियों तथा अधिक जटिल खेल सीखने के लिए तैयार हो जाते है।
(ड) दौड़ने व कूदने की गतिविधियाँ, गुणात्मक तथा संख्यात्मक रूप से इस अवस्था में तेजी से विकसित होती है।

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