शैशयावस्था पर टिप्पणी करो।
बच्चे के जन्म से लेकर 5 वर्ष की आयु तक की अवस्था शैशयावस्था कहलाती है। इस अवस्था में स्मरण शक्ति में काफी वृद्धि हो जाती है, उसकी जिज्ञासा की प्रवृति में बढ़ोत्तरी हो जाती है। इस अवस्था में शिशु गामक कौशल से संबंधित क्रियाओं जैसे दौड़ना, कूदना, पकड़ना, फेंकना इत्यादि को सीखते है।



