वाक् चिकित्सक किस प्रकार विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की सहायता करते है। वर्णन कीजिए।
वाक् चिकित्सक(Speech Therapitst) एक वाक् चिकित्सक बच्चों में कई प्रकार के विकासात्मक विलम्ब जैसे-स्वलीनता (Autism), श्रवण बाधित, और डाउन-सिन्ड्रोम के कारण होने वाले वाक् सम्बन्धी दोषो को दूर करने में सहायता करता है।
- भाषण की अभिव्यक्ति: (Articulation): भाषण की अभिव्यक्ति जीभ, होठ, जबडा, और तालू (Tongue) के समन्वय की कला है जिससे अलग-अलग प्रकार के शब्दों की ध्वनि निकलती है। वाक् चिकित्सक बच्चों की भाषण की अभिव्यक्ति में सुधार करने के लिए आवश्यक सुझाव देता है।
- प्रभावित भाषा कौशल (Expressive Language Skill): एक वाक् चिकित्सक बच्चों को बोलने के साथ-साथ सांकेतिक भाषा का प्रयोग करने की कला को सिखाता है जिससे कि भावों को आसानी से समझा जा सकता है।
- श्रवण कौशल में सुधार (Listening Skill Improvement): वाक् चिकित्सक एक बच्चे की सुनने की क्षमता के विकास में सहायता करता है ताकि वह नवीन शब्दावली को विकसित कर सके, और छोटे-छोटे प्रश्नों के आसानी से उत्तर दे सके, व सहपाठियों के साथ उचित वार्तालाप कर सकें।
- वाक् पुटता (Stuttering): हकलाने सम्बंधी दोषों जैसे-रूक-रूक कर बोलना, शब्दों को दोहराना, शब्दों की ध्वनि को बढ़ा देना, और चेहरे की, गले की, कंधो की, त्वचा में खिचाव और तनाव आदि दोषों को दूर करने में सहायता करता है।
- आवाज और गूंज (Voice and Resonance): कभी-कभी बच्चों में खासी, जुकाम, और अधिक बोलने अथवा अन्य कारणों से बच्चों की आवाज़ मे एक विशेष प्रकार की गूंज (Resonance) आ जाती है जिसे वाक् चिकित्सक ठीक करने मे सहायता करता है।



