एक 'शारीरिक शिक्षा' शिक्षक की भूमिका विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए क्या है?
शारीरिक शिक्षा के शिक्षक को विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए अधिनियम 2016 के अनुसार, उन्हें शारीरिक क्रियाओं को कराने के लिए अपने पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाना चाहिए तथा उन्हें सामान्य बच्चों की भाँति गतिविधियों को कराना चाहिए। किसी विशेष आवश्यकता के लिए विशेष उपकरणों की व्यवस्था की जानी चाहिए।
बाल सम्बन्धी खेल:
विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए ऐसे खेल विशेष ढंग से तैयार किए जाते है जिससे कि गामक क्रियाओं में वृद्धि हो, गति, शक्ति, एव तालमेल सम्बधी क्रियाओं में वृद्धि हो सके। शोध कर्ताओं ने पाया है कि, बाल, फेंकना , पकड़ना, घूर्णन करना आदि क्रियाओं से पेशियों की शक्ति में वृद्धि होती है।
एक शारीरिक शिक्षक बच्चे के अभिभावकों एवं चिकित्सक की मदद से विशेष बच्चे की अक्षमता के आधार पर क्रियाएँ तैयार करता है, एवं चिकित्सक की सलाह से उन्हे क्रिन्यावित करता है।



