रूपान्तरित शारीरिक शिक्षा के प्रभावी बनाने के लिए किन सिद्धान्तों नियमों का पालन करना आवश्यक है। विवरण कीजिए।
- चिकित्सा परीक्षण: रूपान्तरित शारीरिक शिक्षा के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए चिकित्सा परीक्षण अत्यंत आवश्यक हैं। इसके बिना यह नहीं पता चलेगा कि विद्यार्थी किस प्रकार की असमर्थता का सामना कर रहा है। अत: विद्यार्थियों का पूर्ण चिकित्सा प्रशिक्षण किया जाना चाहिए।
- कार्यक्रम विद्यार्थियों की रूचि के अनुसार हो: कार्यक्रम विद्यार्थियों की रूचियों, योग्यताओं व पूर्ण अनुभवों पर आधारित होने चाहिए। अध्यापिको को भी इनकी जानकारी होनी चाहिए तभी वह एक सफल कार्यक्रम बना सकते है।
- उपकरण आवश्यकतानुसार होने चाहिए: विद्यार्थियों की उनकी असमर्थता के अनुसार ही विभिन्न प्रकार के उपकरण प्रदान करने चाहिए। जैसे-दृष्टि संबन्धी क्षतियों वाले विद्यार्थियों को ऐसी गेदें दे जिनमें घंटियाँ बंधी हों ताकि जब बाल फर्श पर लुढ़के तो आवाज़ उत्पन्न करे और विद्यार्थी आवाज को सुनकर बॉल की दिशा व दूरी समझ सके।
- विशेष पर्यावरण प्रदान करना चाहिए: बच्चों की गति क्षमताएँ सीमित होने पर खेल क्षेत्र के बीच भी सीमित करना चाहिए। भाषा-असक्षम बच्चों को खेल के बीच में आराम भी देना चाहिए क्योंकि वे उच्चारण में अधिक समय लेते हैं। उनका क्षेत्र भी सीमित होना चाहिए।
- विद्यार्थियों की आवश्यकतानुसार नियमों का संशोधन किया जाना चाहिए: विद्यार्थियों की आवश्यतानुसार नियमों में बदलाव कर लेना चाहिए। किसी कौशल को सीखने के लिए अतिरिक्त समय, प्रयास, अतिरिक्त मैदान तथा एक अंक के स्थान पर दो अंक दिया जा सकता हैं। इस प्रकार उन्हें भी सर्वागीण विकास के अवसर दिए जा सकते हैं।



