'अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष' एक लोकतांत्रिक संस्था नहीं है । तीन तर्क दे ?
(1) इसके सभी 173 सदस्य देशों को समान मताधिकार नहीं है।
(2) सभी देशों के मत का मूल्य उसके द्वारा मुद्रा कोष में सहयोग के अनुपात से तय होता है।
(3) मुद्रा कोष के करीब आधे वोटों पर सिर्फ 07 देशों का अधिकार हैं ।



