यहूदियों के प्रति हिटलर व नात्सीवादी सोच क्या थी? व्याख्या करें ।
- हिटलर ने यहूदियों के लिए नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया। सत्ता में आते ही उसने नस्ल विरोधी कार्य प्रारम्भ किया। वह यहूदियों को हीन दृष्टि से देखता था। उसके अनुसार नस्ली आधार पर ब्लॉन्ड, नीली, आँखों वाले, नॉर्डिक जर्मन आर्य सबसे ऊपर और यहूदी सबसे निचली पायदान पर आते थे।
- नात्सियों ने 'शुद्ध' जर्मनो के विशिष्ट नस्ली समुदाय की स्थापना के लिए प्रयास प्रारम्भ किया।
- यहूदियों ने ईसा मसीह को मारा था ऐसी सोच ईसाइयों की थी। उनकी नज़र में यहूदी आदतन हत्यारे व सूदखोर होते है।
- नरसंहार के जरिए समय-समय पर यहूदियों का सफाया किया जाता था ।
- यहूदियों के प्रति हिटलर की घृणा जो नस्ल के छद्म जैसे विचारों के सिद्धातों पर आधारित थी। इस नफ़रत में यहूदी समस्या का हल धर्मान्तरण से नही निकल सकता था । इसका एकमात्र हल यहूदियों को पूरी तरह खत्म कर दिया जाए ।



