नात्सीवाद किस प्रकार से लोकतंत्र व समाजवाद विरोधी था ?
- 3० जनवरी 1933 को राष्ट्रपति हिंडनबर्ग ने हिटलर को चांसलर का पद-भार संभालने का न्यौता दिया। सत्ता हासिल करने के बाद से हिटलर ने लोकतांत्रिक शासन संरचना और संस्थाओं को भंग करना शुरु कर दिया।
- 28 फरवरी 1933 को जारी किये गये अग्नि अध्यादेश के ज़रिए अभिव्यक्ति, प्रेस व सभा करने की आज़ादी जैसे नागरिक अधिकार को अनिश्चित काल के लिए निलंबन कर दिया ।
- 3 मार्च 1933 को प्रसिद्ध विशेषाधिकार अधिनियम पारित किया गया। जर्मनी में तानाशाही की स्थापना हुई।
- नात्सी पार्टी और उससे जुड़े संगठनो के अलावा सभी राजनीतिक पार्टियों व ट्रेड यूनियनों पर पाबंदी लगा दी गई।
- अर्थव्यवरथा, मीडिया -सेना और न्यायपालिका पर राज्य का पूरा नियंत्रण स्थापित हो गया।



