दो सूचियाँ बनाइए: एक सूची में फरवरी क्रांति की मुख्य घटनाओं और प्रभावों को लिखिए और दूसरी सूची में अक्टूबर क्रांति की प्रमुख घटनाओं और प्रभावों को दर्ज कीजिए।
(1) फरवरी क्रांति (1917) की तिथियाँ और घटनाएँ:
i) 22 फरवरी- दाहिने किनारे की एक फैक्ट्री में तालाबंदी। अगले ही दिन 50 फैक्ट्रियों के श्रमिकों की हड़ताल।
ii) 24 और 25 फरवरी - सरकार द्वारा ड्यूमा का स्थगन। राजनीतिकों द्वारा इस कदम की आलोचना।
iii) 26 फरवरी- श्रमिक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे।
iv) 27 फरवरी- श्रमिको द्वारा पुलिस मुख्यालय पर हमला।
v) 2 मार्च-ज़ार का पदत्याग। ज़ार के शासन का अंत।
अक्तूबर क्रांति (1917) की तिथियाँ व घटनाएँ:
i) 16 अक्तूबर-लेनिन ने पेत्रोग्राद सोवियत और बोल्शेविक पार्टी को सत्ता हथियाने के लिए राज़ी लिया।इस काम के लिए एक सैन्य क्रांतिकारी समिति का गठन किया गया।
ii) 24 अक्तूबर- विद्रोह की शुरुआत हुई। दो बोल्शेविकों समचारपत्रों की इमारतों का पर नियंत्रण किया गया। इसके साथ ही टेलीफोन और टेलीग्राम विभागों पर भी नियंत्रण किया गया। विंटर पैलेस की सुरक्षा का इंतजाम किया गया। इन सरकारी गतिविधियों के जवाब में सैन्य क्रांतिकारी समिति के सदस्यों ने अनेक सैन्य ठिकानों पर पर कब्ज़ाl किया। रात होते-होते पूरा शहर समिति के कब्जे में आ गया और मंत्रियों ने अपने पद से त्याग दे दिया।
iii) दिसंबर तक मास्को-पेत्रोग्राद क्षेत्र पर बोल्शेविकों का पूरी तरह से कब्ज़ा हो गया।
फरवरी में होने वाली क्रांति में स्री व पुरुष दोनों ही श्रमिक शामिल हुए। वासीलेवा नाम की एक महिला ने अकेले ही सफल हड़ताल की। बोल्शेविक मुख्य रूप से अक्तूबर में होने वाली क्रांति में शामिल थे। लेनिन और लियोन त्रात्सकी क्रांतिकारियों में प्रमुख नेता के रूप में शमिल थे। फरवरी क्रांति के परिणामस्वरूप राजवंश का अंत हुआ, जबकि अक्तूबर क्रांति के बाद सत्ता पर नियंत्रण बोल्शेविकों ने कर लिया और रूस में साम्यवादी दौर की शरुआत हुई।



