-->

यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय

Question
CBSEHHISSH10018352

मारीआन और जर्मेनिया कौन थे? किस तरह उन्हें चित्रित किया गया उनका क्या महत्व था?

Solution

फ्रांस और जर्मनी के कलाकारों द्वारा स्वतंत्रता, न्याय तथा विचारों को प्रकट करने के लिए नारी रूपक का प्रयोग किया गया। फ्रांस में इसी नारी रूपक को मारीआन नाम दिया गया और जर्मनी में जर्मेनिया नाम दिया गया।
मारीआन- इसने जन राष्ट्रीय के विचारों को रेखांकित किया। उसके चिह्न भी स्वतंत्रता और गणतंत्र के थे-लाल टोपी, तिरंगा और कलगी। मारीआन की प्रतिमाएँ चौकों पर लगाई गई ताकि जनता को एकता के राष्ट्रीय प्रतीक की याद आती रहे और लोगों मरियान की छवि डाक टिकटों पर अंकित की गई।
जर्मेनिया- जर्मेनिया जर्मन राष्ट्र का रूपक बन गई। चाक्षुष अभिव्यक्तियों में जर्मेनिया बलूत वृक्ष के पत्तों को पहनती है क्योंकि जर्मन बलूच वीरता का प्रतीक है।

Some More Questions From यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय Chapter

निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखें-
यूनानी स्वतंत्रता युद्ध

निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखें-
फ्रैंकफ़र्ट संसद

निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखें-
राष्ट्रीवादी संघर्षों में महिलओं की भूमिका

फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान का भाव पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने क्या क़दम उठाए?

मारीआन और जर्मेनिया कौन थे? किस तरह उन्हें चित्रित किया गया उनका क्या महत्व था?

जर्मन एकीकरण की प्रक्रिया का संक्षेप में पता लगाएँ।

अपने शासन वाले क्षेत्रों में शासन व्यवस्था को जायदा कुशल बनाने के लिए नेपोलियन ने क्या बदलाव किए

उदारवादियों की 1848 की क्रांति का क्या अर्थ लगाया जाता है? उदारवादियों ने किन राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक विचारों को बढ़ावा दिया?

यूरोप में राष्ट्रवाद के विकास में संस्कृति के योगदान को दर्शाने के लिए तीन उदाहरण दें। 

किन्हीं दो देशों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बताएँ कि उन्नीसवीं सदी में राष्ट्र किस प्रकार विकसित हुए।