उदाहरण के साथ व्याख्या कीजिए- परमाणु संख्या, द्रव्यमान संख्या, समस्थानिक और समभारिक समस्थानिकों के कोई दो उपयोग लिखिए।
(i) परमाणु संख्या: किसी तत्व के एक परमाणु में प्रोटॉनों की संख्या, उस तत्व की परमाणु संख्या कहलाती है।
उदाहरण: कार्बन में 6 प्रोटॉन होते हैं, इसलिए कार्बन की परमाणु संख्या 6 है।
(ii) द्रव्यमान संख्या: किसी तत्व के एक परमाणु में उपस्थित प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों की कुल संख्या को उसकी द्रव्यमान संख्या कहते हैं।
उदाहरण: कार्बन में 6 प्रोटॉन और 6 न्यूट्रॉन होते है तो इसका कुल द्रव्यमान 12 हैं।
(iii) समस्थानिक: उन तत्वों के परमाणु जिनकी द्रव्यमान संख्याएँ तो समान होती हैं लेकिन परमाणु संख्याएँ भिन्न होती हैं उन्हें समस्थानिक कहते हैं जैसे:
क्लोरीन के दो समस्थानिक है जिसकी परमाणु संख्या तो 17 है और द्रव्यमान संख्या 35 और 37 हैं।
(iv) समभारिक : उन तत्वों के परमाणु जिनकी द्रव्यमान संख्या समान हों, परन्तु परमाणु संख्याएँ भिन्न हों, समभारिक कहलाते हैं। जैसे:
Ne की परमाणु संख्या 10 है और Na की परमाणु संख्या 11 है लेकिन उनकी द्रव्यमान संख्या 22 है।
समस्थानिक के उपयोग
(i) कोबाल्ट-60 का उपयोग कैंसर के रोगियों को ठीक करने में किया जाता है।
(ii) आयोडीन-131 का उपयोग गलगंड रोग के उपचार में किया जाता है।