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अतीत दबे पाँव

Question
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पर्यटक मुअनजोदड़ों में क्या-क्या देख सकते हैं? ‘अतीत के दबे पाँव’ पाठ के आधार पर किन्हीं तीन दृश्यों का परिचय दीजिए।

Solution

पर्यटक मुअनजोदड़ों में निम्नलिखित चीजें देख सकते हैं : 1. बौद्ध स्तूप : मुअनजोदड़ों में सबसे ऊँचे चबूतरे पर बड़ा बौद्ध-स्तूप है। यह स्तूप मुअनजोदड़ों के बिखरने के बाद बना था। यह 25 फुट ऊँचे चबूतरे पर बना है। इसमें भिक्षुओं के रहने के कमरे भी बने हैं। 2. प्रसिद्ध जलकुंड : यह कुंड 40 फुट लंबा तथा 25 फुट चौड़ा है। इसकी गहराई सात फुट है। कुंड के उत्तर और दक्षिण से सीढ़ियाँ उतरती हैं। इसके तीन तरफ साधुओं के कक्ष हैं। उत्तर में दो पंक्तियों में आठ स्नानागार हैं। यह सिद्ध वास्तुकला का एक सुंदर उदाहरण है। 3. अजायबघर : यहाँ का अजायबघर छोटा ही है। यहाँ काला पड़ गया गेहूँ, ताँबे और काँसे के बर्तन मुहरें, वाद्य, चाक पर बने विशाल, मृद्भांड, चौपड़ की गोटियाँ, दीये, माप-तौल के पत्थर, ताँबे का आईना, मिट्टी की बैलगाड़ी, दो पाटन वाली चक्की पत्थर के औजार आदि रखे हैं।

Some More Questions From अतीत दबे पाँव Chapter

सिन्धु सभ्यता साधन सम्पन्न थी, पर उसमें भव्यता का आडम्बर नहीं था, कैसे?

सिन्धु सभ्यता की खूबी उसका सौन्दर्य बोध है जो राजपोषित या धर्मपोषित न होकर समाज पोषित था। ऐसा क्यों कहा गया?

यह पुरातत्त्व के किन चिन्हों के आधार पर आप कह सकते हैं कि “सिन्धु सभ्यता ताकत से शासित की होने की अपेक्षा समझ से अनुशासित सभ्यता थी।

“यह सच है कि यहाँ किसी आँगन की टूटी-फूटी सीढ़ियाँ अब आप को कहीं नहीं ले जातीं; वे आकाश की तरफ अधूरी रह जाती हैं। लेकिन उन अधूरे पायदानों पर खड़े होकर अनुभव किया जा सकता है कि आप दुनिया की छत पर हैं, वहाँ से आप इतिहास को नहीं उसके पार झाँक रहे हैं।” इसके पीछे लेखक का क्या आशय है?

टूटे-फूटे खंडहर, सभ्यता और संस्कृति के इतिहास के साथ-साथ धड़कती जिंदगियों के अनहुए समयों का भी दस्तावेज होते हैं-इस कथन का भाव स्पष्ट कीजिए।

इस पाठ में एक ऐसे स्थान का वर्णन है, जिसे बहुत कम लोगों ने देखा होगा,प्रश्न 6. इस पाठ में एक ऐसे स्थान का वर्णन है, जिसे बहुत कम लोगों ने देखा होगा, परंतु इससे आपके मन में उस नगर की एक तसवीर बनती है। किसी ऐसे ऐतिहासिक स्थल, जिसको आपने नजदीक से देखा हो का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए। परंतु इससे आपके मन में उस नगर की एक तसवीर बनती है। किसी ऐसे ऐतिहासिक स्थल, जिसको आपने नजदीक से देखा हो का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

सिंधु-सभ्यता को जल-संस्कृति भी कह सकते है। इस कथन के पक्ष या विपक्ष में तर्क दीजिए।

सिन्धु घाटी सभ्यता का कोई लिखित साक्ष्य नहीं मिला है। सिर्फ अवशेषों के आधार पर ही धारणा बनाई है। इस लेख में मुअन जो-दड़ो के बारे में जो धारणा व्यक्त की गई है, क्या आपके मन में इससे कोई भिन्न धारणा या भाव भी पैदा होता है? इन संभावनाओं पर कक्षा में समूह चर्चा करें।

सिन्धु सभ्यता का पता कैसे चला था

लेखक राजस्थान और सिन्ध के प्राकृतिक वातावरण का वर्णन करते हुए किस अंतर को स्पष्ट करता है?