“काश कोई ऐसा होता जो मेरी भावनाओं को गंभीरता से समझ पाता। अफसोस, ऐसा व्यक्ति मुझे अब तक नहीं मिला।”- क्या ऐन के इस कथन में उसके डायरी लिखने का कारण छिपा है? कारण सहित स्पष्ट कीजिए।
ऐन एक साधारण लड़की थी। वह अपनी पढ़ाई सामान्य रूप से करती रही होगी। उसके डायरी के अंशों से यह संकेत मिलता है कि उसका परिवार पढ़ाई के प्रति सजग रहा होगा क्योंकि गुप्त अवास में भी वह ‘स्टडी’ की बात करती है। अब हम ऐन के डायरी लिखने के कारण को जानने का प्रयास करें। ऐन एक जगह कहती है कि “मेरे दिमाग में हर समय इच्छाएँ, विचार तथा डाँट-फटकार ही चक्कर खाते रहते हैं। मैं सचमुच उतनी घमंडी नहीं हूँ जितना लोग मुझे समझते हैं। मैं किसी और की तुलना में अपनी नई कमजोरियों और खामियों को बेहतर तरीके से जानती हूँ।” ऐन की यह सोच एक दो दिन में विकसित नहीं हुई थी। परिवार एवं अन्य लोगों के बीच उसकी यह छवि गुप्त आवास में जाने से पहले ही बनी थी। यही कारण है कि वह गुप्त आवास में जाने की तैयारी में सबसे पहले अपनी डायरी समेटती है। ऐन ने अपनी डायरी में संबोधन के लिए अपनी गुड़िया किट्टी को चुनाई, परिवार या बाहर के किसी व्यक्ति को नहीं। इस तरह वह स्वयं से ही बातें करती है। अगर कोई दूसरा उसकी भावनाओं और विचारों को जानने वाला होता तो शायद उसे डायरी लिखने की जरूरत ही नहीं पड़ती। डायरी पढ़ते हुए हम पाते हैं कि ऐन के पास हर पहलू और घटना के बारे में अपनी एक सोच है। चाहे वह मिस्टर डसेल का व्यक्तित्व हो या समाज में स्त्रियों की स्थिति से जुड़े हुए प्रश्न इन सब पर वह बहुत सही ढंग से अपने विचार व्यक्त करती है। स्पष्ट है कि उसके इस कथन में ही डायरी लिखने का कारण निहित है।