ऐन अपनी सहायता करने वाले लोगों के बारे में क्या विचार व्यक्त करती है?
ऐन अपनी सहायता करने वाले लोगों की विशेषतायें गिनाती है। वह बताती है कि ये लोग अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की मदद करते हैं। मदद करने वालों को उम्मीद है कि वे इन सबको किनारे पहुँचा सकेंगे यानि सुरक्षित बनाये रख सकेंगे। ऐन इसका कारण भी स्पष्ट करती है। वह कहती है कि ऐसा करना उनकी मजबूरी है। उसकी सहायता के बारे में पता चल जाने पर उनकी भी दशा वही होती, जो ऐन के परिवार की हो रही थी। इसके बाद भी वे लोग उनको मुसीबत नहीं मानते हैं। वे रोजाना आकर, सबसे ढेर सारी बातें करते थे। वे हमेशा उन लोगों को खुश रखने की कोशिश करते हैं। जन्मदिनों और दूसरे मौकों पर सबके लिए उपहार लाते थे। ऐन कहती है कि उसके मददगार रोजा़ना अपनी बेहतरीन भावनाओं और प्यार से उनका दिल जीत रहे हैं।