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जूझ

Question
CBSEENHN12026754

‘जूझ’ कहानी में आपको किस पात्र ने सबसे अधिक प्रभावित किया और क्यों? उसकी किन्हीं चार चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।

Solution

‘जूझ’ कहानी में हमें दत्ताजी राव देसाई ने सर्वाधिक प्रभावित किया है। उसकी चारित्रिक विशेषताएँ इस प्रकार हैं:

- समझदार व्यक्ति: दत्ता जी एक समझदार व्यक्ति थे। वे लेखक (गणपा) और उसकी माँ की बात का मंतव्य थोड़ी ही देर में समझ जाते हैं और लेखक के पिता को बुला लेते हैं तथा उसे समझाते हैं कि वे बेटे को पढ़ने पाठशाला जाने दें।

- मददगार व्यक्ति: दत्ता साहब लेखक की पढ़ाई का खर्चा उठाने को स्वयं तैयार हो जाते हैं।

- तर्कशील: दत्ता साहब के तर्कों के सामने लेखक का पिता निरुत्तर हो जाता है।

- प्रेरणादायक व्यक्तित्व: दत्ता साहब का व्यक्तित्व प्रेरणा का स्रोत है। उसी की प्रेरणा से लेखक का पिता बेटे को पड़ाने को तैयार हो जाता है।

Some More Questions From जूझ Chapter

आपके ख्याल से पढ़ाई-लिखाई के संबंध में लेखक दत्ता जी राव का रवैया सही था या लेखक के पिता का? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

अथवा

आपके विचार से पड़ाई-लिखाई के संबंध में ‘जूझ’ पाठ के लेखक और दत्ता जी राव का रवैया सही था या लेखक के पिता का? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

दत्ता जी राव से पिता पर दबाव डलवाने के लिए लेखक और उसकी माँ को एक झूठ का सहारा लेना पड़ा। यदि झूठ का सहारा न लेना पड़ता, तो आगे का घटनाक्रम क्या होता? अनुमान लगाएँ।

लेखक अपने पिता से पढ़ने जाने के लिए क्यों नहीं कह पाता था?

लेखक के पिता, लेखक से क्या चाहते थे? लेखक उनकी बात को क्यों नहीं मानता है?

लेखक के पिता जल्दी ईख पेरना क्यों चाहते हैं? लेखक का विचार इस संबंध में क्या है?

लेखक की माँ का उसके पिता के बारे में क्या सोचना था? उसकी माँ ने उसका साथ किस प्रकार दिया?

दत्ता जी राव के पास जाने के बाद लेखक की माँ ने उन्हें किस बात का विश्वास दिलाया?

लेखक ने दत्ताजी राव को किस बात का विश्वास दिलाया?

दत्ता जी राव के सामने लेखक के पिता ने उसकी पढ़ाई रोक देने के क्या कारण बताये हैं?

पड़ाने के लिए लेखक के पिता ने क्या-क्या शर्त रखी?

अथवा

दादा ने मन मारकर अपने बच्चे को स्कूल भेजने की बात मान तो ली, पर खेती-बड़ी के बारे में उससे क्या-क्या वचन लिए? ‘जूझ’ के आधार पर उत्तर दीजिए।