-->

जूझ

Question
CBSEENHN12026747

मंत्री नामक मास्टर का चरित्र-चित्रण कीजिए।

Solution

मंत्री नामक मास्टर कड़क स्वभाव के थे, परंतु पढ़ने वाले लड़कों के लिए वे बहुत सरल एवं दयालु थे। वे प्राय: छड़ी का उपयोग नहीं करते थे। जब कोई बच्चा शरारत करता तो वे हाथ से गरदन पकड़कर पीठ पर घूँसा लगाते थे। यह दंड मिलने पर बालक हुक भरने लगता था। लड़कों के मन में उनकी दहशत बैठी हुई थी। इसके कारण ऊधम मचाने वाले लडुकों के मन में दहशत बैठी हुई थी। वे पड़ने वाले लडुकों को शाबासी देते थे। यदि उनका एकाध सवाल गलत हो जाता तो वे उसे अपने पास बुलाकर समझा दंते थे। यदि कोई लड़का मूर्खता दिखाता तो उसे वहीं ठोंक देत थे। उनके भय से सभी लड़के घर से पढाई करके आने लगे।

Some More Questions From जूझ Chapter

लेखक के पिता, लेखक से क्या चाहते थे? लेखक उनकी बात को क्यों नहीं मानता है?

लेखक के पिता जल्दी ईख पेरना क्यों चाहते हैं? लेखक का विचार इस संबंध में क्या है?

लेखक की माँ का उसके पिता के बारे में क्या सोचना था? उसकी माँ ने उसका साथ किस प्रकार दिया?

दत्ता जी राव के पास जाने के बाद लेखक की माँ ने उन्हें किस बात का विश्वास दिलाया?

लेखक ने दत्ताजी राव को किस बात का विश्वास दिलाया?

दत्ता जी राव के सामने लेखक के पिता ने उसकी पढ़ाई रोक देने के क्या कारण बताये हैं?

पड़ाने के लिए लेखक के पिता ने क्या-क्या शर्त रखी?

अथवा

दादा ने मन मारकर अपने बच्चे को स्कूल भेजने की बात मान तो ली, पर खेती-बड़ी के बारे में उससे क्या-क्या वचन लिए? ‘जूझ’ के आधार पर उत्तर दीजिए।

लेखक को मास्टर की छड़ी की मार अच्छी क्यों लगती है?

दुबारा पाठशाला जाने के बाद लेखक का पहले दिन का अनुभव कैसा रहा?

बसंत पाटील को लेखक ने अपना दोस्त बनाने की कोशिश क्यों की?