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जूझ

Question
CBSEENHN12026733

पढ़ाई के बारे में आनंदा क्या सोचता था?

Solution

आनंदा पढ़ाई के बारे में यह सोचता था कि यदि वह पढ़-लिख जाता तो कोई अच्छा रोजगार कर सकता था। पढ़े-लिखे लोगों को अच्छी नौकरी मिल जाती है। नौकरी मिल जाने के बाद वह सुख का जीवन बिता सकेगा। इसीलिए वह पढ़ने-लिखने की बात सोचता था। पढ़-लिखकर वह अच्छा आदमी बनना चाहता था।

Some More Questions From जूझ Chapter

कविता के प्रति लगाव से पहले और उसके बाद अकेलेपन के प्रति लेखक की धारणा में क्या बदलाव आया?

अथवा

‘जूझ’ कहानी के आधार पर बताइए कि कविता के प्रति लगाव से पहले और उसके बाद अकेलेपन के प्रति लेखक की धारणा में क्या बदलाव आया?

आपके ख्याल से पढ़ाई-लिखाई के संबंध में लेखक दत्ता जी राव का रवैया सही था या लेखक के पिता का? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

अथवा

आपके विचार से पड़ाई-लिखाई के संबंध में ‘जूझ’ पाठ के लेखक और दत्ता जी राव का रवैया सही था या लेखक के पिता का? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

दत्ता जी राव से पिता पर दबाव डलवाने के लिए लेखक और उसकी माँ को एक झूठ का सहारा लेना पड़ा। यदि झूठ का सहारा न लेना पड़ता, तो आगे का घटनाक्रम क्या होता? अनुमान लगाएँ।

लेखक अपने पिता से पढ़ने जाने के लिए क्यों नहीं कह पाता था?

लेखक के पिता, लेखक से क्या चाहते थे? लेखक उनकी बात को क्यों नहीं मानता है?

लेखक के पिता जल्दी ईख पेरना क्यों चाहते हैं? लेखक का विचार इस संबंध में क्या है?

लेखक की माँ का उसके पिता के बारे में क्या सोचना था? उसकी माँ ने उसका साथ किस प्रकार दिया?

दत्ता जी राव के पास जाने के बाद लेखक की माँ ने उन्हें किस बात का विश्वास दिलाया?

लेखक ने दत्ताजी राव को किस बात का विश्वास दिलाया?

दत्ता जी राव के सामने लेखक के पिता ने उसकी पढ़ाई रोक देने के क्या कारण बताये हैं?