पढ़ाई के बारे में आनंदा क्या सोचता था?
आनंदा पढ़ाई के बारे में यह सोचता था कि यदि वह पढ़-लिख जाता तो कोई अच्छा रोजगार कर सकता था। पढ़े-लिखे लोगों को अच्छी नौकरी मिल जाती है। नौकरी मिल जाने के बाद वह सुख का जीवन बिता सकेगा। इसीलिए वह पढ़ने-लिखने की बात सोचता था। पढ़-लिखकर वह अच्छा आदमी बनना चाहता था।