लुट्टन के राज पहलवान लुट्टन सिंह बन जाने के बाद की दिनचर्या पर प्रकाश डालिए।
लुट्टन पहलवान चाँद सिंह को हराकर राज पहलवान लुट्टन सिंह बन गया। उसे राज दरबार मैं सम्मान मिलने लगा। वह राज-दरबार का ‘दर्शनीय जीव’ हो गया। उसकी दहाड़ पर उसे ‘राजा का बाघ बोला’ जाता था। मेलों में वह घुटनों तक का लंबा चोगा पहने, अस्त-व्यस्त पगड़ी बाँध कर मतवाले हाथी की तरह चलता था। हलवाई उसे बुलाकर मिठाई खिलाते थे। वह मौज-मस्ती का जीवन जी रहा था। उसका शरीर तो बढ़ गया था, पर बुद्धि घट गई थी। इसी प्रकार उसके जीवन के पंद्रह वर्ष बीत गए।