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उमाशंकर जोशी

Question
CBSEENHN12026489

फसल और रचना का आपस में क्या संबंध दर्शाया गया है?

Solution

किसी क्षण विशेष में बीज की रोपाई होने का ही यह परिणाम है कि फसल कटाई की स्थिति तक जा पहुँचती है। इसी प्रकार विचार या भाव का मन में उत्पन्न होना ही उसे रसानुभूति की स्थिति तक ले जाता है। यह रस धारा अनंत काल तक चलने वाली कटाई से भी कम नहीं होती अर्थात् साहित्यिक रचना कालजयी होती है। उसे असंख्य पाठकों द्वारा बार-बार पड़े जाने पर उसका महत्त्व कम नहीं होता। वह लुटते रहने पर भी कम नहीं होती अर्थात् साहित्य का रस कभी चुकता नहीं।

Some More Questions From उमाशंकर जोशी Chapter

‘उसे कोई तनिक रोक रक्खो’-काव्य-पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।

छोटे चौकोने खेत को कागज़ का पन्ना कहने में क्या अर्थ निहित है?

रचना के संदर्भ में अँधड़ और बीज क्या है?

रस का अक्षयपात्र से कवि ने रचनाकर्म की किन विशेषताओं की ओर इंगित किया है?

शब्द के अंकुर फूटे

पल्लव-पुष्पों से नमित हुआ विशेष।

रोपाई क्षण की

कटाई अनंतता की

लुटते रहने से ज़रा भी नहीं कम होती।

शब्दों के माध्यम से जब कवि दृश्यों, चित्रों, ध्वनि-योजना अथवा रूप-रस-गंध को हमारी ऐंद्रिक अनुभवों में साकार कर देता है तो बिंब का निर्माण होता है। इस आधार पर प्रस्तुत कविता से बिंब की खोज करें।

जहाँ उपमेय में उपमान का आरोप हो, रूपक कहलाता है। कविता में से रूपक का चुनाव करें।

‘बगुलों के पंख’ कविता को पढ़ने पर आपके मन में कैसे चित्र उभरते हैं? उनकी किसी भी अन्य कला माध्यम में अभिव्यक्ति करें।

निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
कल्पना के रसायनों को पी
बीज गल गया निःशेष;
शब्द के अंकुर फूटे
पल्लव-पुष्पों से नमित हुआ विशेष।

1. उपर्युक्त पंक्तियों में प्रयुक्त रूपक स्पष्ट कीजिए?
2. भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
3. शिल्प-सौदंर्य पर प्रकाश डालिए।