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हरिवंशराय बच्चन

Question
CBSEENHN12026043

इस काव्यांश में क्या भाव निहित हैं?

Solution

इस काव्यांश में यह भाव निहित है कि समय तेजी के साथ बीतता है। लक्ष्य प्राप्ति का जज्बा हमें गतिशील बनाता है।

Some More Questions From हरिवंशराय बच्चन Chapter

कवि किसका पान किया करता है और इससे उसकी हालत कैसी हो जाती है?

कवि संसार के बारे में क्या बताता है?

दिये गये काव्याशं सप्रसंग व्याख्या करें?

कवि क्या लिए फिरता है?

कवि को यह संसार कैसा प्रतीत होता है?

कवि किस मन: स्थिति में रहता है?

कवि इस संसार में अपना जीवन किस प्रकार से बिताता है?

प्रस्तुत पक्तियों का सप्रसंग व्याख्या करें?

मैं यौवन का उन्माद लिए फिरता हूँ,

उन्मादों में अवसाद लिए फिरता हूँ,

जो मुझको बाहर हँसा, रुलाती भीतर,

मैं, हाय 2 किसी की याद लिए फिरता हूँ,

कर यत्न मिटे सब, सत्य किसी ने जाना?

नादान वहीं है, हाय, जहाँ पर दाना!

फिर छू न क्या जग, जो इस पर भी सीखे?

मैं सीख रहा हूँ, सीखा ज्ञान भुलाना!

कवि कैसा उन्माद लिए फिरता है? इसका उसे क्या प्रतिफल मिलता है?

कवि किस मन: स्थिति में जी रहा है और क्यों?