कवि किस मन: स्थिति में जी रहा है और क्यों?
ऊपर से देखने पर तो कवि हँसने की मनःस्थिति में दिखाई देता है, पर उसके अंदर दुख की भावना छिपी रहती है। यह भावना उसे भीतर ही भीतर रुलाती है। इसका कार! यह है कि उसके हदय में प्रेम की सुखद यादें बसी हैं। वे यादें उसे रुलाती हैं।