वर्तमान समय में हम प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं - इस पर चर्चा करें और लिखें कि प्रकृति से जुड़े रहने के लिए क्या कर सकते हैं।
हाँ, यह सही है कि वर्तमान समय में हम प्रकृति से दूर होते चले जा रहे हैं। इसका कारण हमारी व्यावसायिक मनोवृत्ति है।
शहरों में तो प्रकृति को निहारना तक एक समस्या बनता जा रहा है। शरीर कंकरीट के जाल बनकर रह गए है। पेड़ों का लगाना कम होता जा रहा है, शोर ज्यादा मचता है, काम कम होता है। हम कृत्रिम वातावरण में रहते और जीते है। खुली हवा में विचरण करने का हमारे पास अवकाश नहीं है। हम हर चीज को लाभ-हानि की दृष्टि से देखते हैं। हमारी संवेदनाएँ मरती जा रही हैं।