रजा को जलील साहब जँसे लोगों का सहारा न मिला होता तो क्या तब भी वे एक जाने-माने चित्रकार होते? तर्क दीजिए।
यदि रजा को जलील साहब जैसे लोगों का सहारा न मिला होता तो भी वे एक जाने माने चित्रकार बनते ही, क्योंकि यह कला छिप नहीं सकती। हाँ, देर अवश्य लग सकती थी। जलील साहब के स्थान पर कोई अन्य व्यक्ति उन्हें सहारा दे ही देता। प्रतिभाशाली कलाकार चमककर ही रहता है। वह विपरीत परिस्थितियों में ज्यादा जोर से चमकता है।