स्पीति में बारिश का वर्णन एक अलग तरीके से किया गया है। आप अपने यहाँ होने वाली बारिश का वर्णन कीजिए।
हमारे यहाँ वर्षा प्राय: जून-जुलाई के महीनों में होती है। जून के अंतिम सप्ताह में मानसून आ जाता है और जुलाई-अगस्त में तेज वर्षा होती है। तब जून की तपती गर्मी से राहत मिल जाती है और धरती की प्यास भी बुझ जाती है। वर्षा का आगमन आनंद का कारण होता है। पावस ऋतु में प्राकृतिक वातावरण अत्यंत सुहावना हो जाता है, बागों में मोर नाचने लगते हैं और कोयल का मीठा स्वर सुनाई पड़ने लगता है। चारों ओर हरियाली छा जाती है।
कभी-कभी शरद् ऋतु में भी वर्षा होती है। जनवरी में होने वाली वर्षा फसल के लिए भी बहुत उपयोगी होती है तथा बीमारियों से छुटकारा दिलाती है।