गलता लोहा कहानी का अंत एक खास तरीके से होता है। क्या इस कहानी का कोई अन्य अंत हो सकता है? चर्चा करें।
‘गलता लोहा’ कहानी का अंत धनराम के आश्चर्य और मोहन के आत्म-संतोष की भावना से होता है। यह अंत प्रभावशाली बन पड़ा है।
इस कहानी का अंत यह भी हो सकता कि गाँव के पडित आकर मोहन को बुरा-- भला कह रहे हैं और मोहन उनका प्रतिवाद कर रहा है।