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गलता लोहा

Question
CBSEENHN11012048

एक अध्यापक के रूप में त्रिलोकसिंह का व्यक्तित्व आपको कैसा लगता है? अपनी समझ में उनकी खूबियों और खामियों पर विचार करें।

Solution

एक अध्यापक के रूप में मास्टर त्रिलोकसिंह का व्यक्तित्व हमें ठीक-ठाक लगता है। वे एक सामान्य अध्यापक के रूप में हैं।

उनकी खूबियाँ हैं-विद्यार्थियों के प्रति लगाव, उनके भविष्य के प्रति चिन्ता ‘प्रार्थना तथा अनुशासन के पाबंद।

खामियाँ- 1. बच्चों को संटी मारना, शारीरिक दंड देना।

2. धनराम पर व्यंग्य-बाण छोड्कर उसमें हीन भावना भर देना।

3. केवल एक लड़के मोहन को प्रोत्साहित करना और उससे बच्चों को दंडित करवाना।

Some More Questions From गलता लोहा Chapter

मोहन के लखनऊ आने के बाद के समय को लेखक ने उसके जीवन का एक नया अध्याय क्यों कहा है?

मास्टर त्रिलोकसिंह के किस कथन को लेखक ने ज़बान के चाबुक कहा है और क्यों?

बिरादरी का यही सहारा होता है।

क. किसने किससे कहा?

ख. किस प्रसंग में कहा?

ग. किस आशय से कहा?

घ. क्या कहानी में यह आशय स्पष्ट हुआ है?

उसकी आँखों में एक सर्जक की चमक थी- कहानी का यह वाक्य-

क. किसके लिए कहा गया है?

ख. किस प्रसंग में कहा गया है?

ग. यह पात्र-विशेष के किन चारित्रिक पहलुओं को उजागर करता है?

गाँव और शहर, दोनों जगहों पर चलने वाले मोहन के जीवन-संघर्ष में क्या फर्क है? चर्चा करें और लिखें।

एक अध्यापक के रूप में त्रिलोकसिंह का व्यक्तित्व आपको कैसा लगता है? अपनी समझ में उनकी खूबियों और खामियों पर विचार करें।

गलता लोहा कहानी का अंत एक खास तरीके से होता है। क्या इस कहानी का कोई अन्य अंत हो सकता है? चर्चा करें।

पाठ में निम्नलिखित शब्द लौहकर्म से संबंधित है। किसका क्या प्रयोजन है? शब्द के सामने लिखिए-

1. धौंकनी .................

2. दराँती .................

3. संड़सी .................

4. आफर .................

5. हथौडा .................

पाठ में काट-छाँटकर जैसे कई संयुक्त क्रिया शब्दों का प्रयोग हुआ है। कोई पाँच शब्द पाठ में से चुनकर लिखिए और अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।

बूते का प्रयोग पाठ में तीन स्थानों पर हुआ है, उन्हें छांटकर लिखिए और जिन संदर्भो भो में उनका प्रयोग है, उन संदर्भो भाँ में उन्हें स्पष्ट कीजिए।