मियां नसीरुद्दीन तीसरी पीढ़ी के हैं, जिसने अपने खानदानी व्यवसाय को अपनाया । वर्तमान समय में प्राय : लोग अपने पारंपरिक व्यवसाय को नहीं अपना रहे हैं । ऐसा क्यों?
मियाँ नसीरुद्दीन के दादा मियाँ कल्लन तथा वालिद (पिता) मियाँ बरकतशाही यही नानबाई का खानदानी व्यवसाय करतै थे । मियाँ नसीरुद्दीन ने भी अपना खानदानी व्यवसाय अपनाया । वर्तमान पीढ़ी में प्राय: लोग अपने पारंपरिक व्यवसाय को नहीं अपना रहे, इसका कारण यह है कि उस व्यवसाय में उनकी रुचि समाप्त हो जाती है । वे परिवर्तन चाहते हैं । उन्हैं दूसरा व्यवसाय ज्यादा आकर्षक एवं लाभप्रद प्रतीत होता है । अपना पैतृक व्यवसाय पुरातनपंथी लगता है ।