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धर्म की आड़ - गणेशशंकर विद्यार्थी

Question
CBSEENHN9000619

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
महात्मा गांधी के धर्म-सबंधी विचारों पर प्रकाश डालिए?

Solution
महात्मा गांधी धर्म को सर्वोच्च स्थान देते थे। धर्म के बिना वे एक कदम भी चलने को तैयार नहीं थे। उनका धर्म शुद्ध पवित्र भावनाओं से परिपूर्ण था जिसमें कल्याण की भावनाएँ निहित थीं। वह सत्य, और अहिंसा को ही परम धर्म मानते थे। उनके अनुसार धर्म उदारता की रक्षा करता है। इसलिए महात्मा गाँधी के अनुसार धर्म में केवल ऊँचे और उदार विचारों का ही स्थान होना चाहिए।

Some More Questions From धर्म की आड़ - गणेशशंकर विद्यार्थी Chapter

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
चालाक लोग साधारण आदमी की किस अवस्था का लाभ उठाते है?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
आनेवाला समय किस प्रकार के धर्म को नहीं टिकने नहीं देगा?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कौन-सा कार्य देश की स्वाधीनता के विरुद्ध समझा जाएगा?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
पाश्चात्य देशों में धनी और निर्धन लोगों में क्या अतंर है?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कौन-से लोग धार्मिक लोगों से अधिक अच्छे है?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
धर्म और ईमान के नाम पर किए जाने वाले भीषण व्यापार को कैसे रोका जा सकता है?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
‘बुद्धि की मार’ के सबंध में लेखक के क्या विचार हैं?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
लेखक की दृष्टि में धर्म की भावना कैसी होनी चाहिए?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
महात्मा गांधी के धर्म-सबंधी विचारों पर प्रकाश डालिए?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
सबके कल्याण हेतु अपने आचरण को सुधारना क्यों आवश्यक है?