धूल - रामविलास शर्मा

Question
CBSEENHN9000414

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
लेखक ने धूल और मिट्‌टी में क्या अतंर बताया है?

Solution

लेखक ने धूल और मिट्‌टी में विशेष अन्तर नहीं माना है। उसके अनुसार धूल और मिट्‌टी में उतना ही अंतर है जितना कि शब्द और रस में, देह और जान में अथवा चाँद और चाँदनी में होता है। जिस प्रकार ये अलग-अलग होते हुए भी एक हैं। उसी प्रकार धूल और मिट्‌टी अलग नाम होकर भी एक ही है। मिट्‌टी की आभा का नाम धूल है और मिट्‌टी के रंग-रूप की पहचान उसकी धूल से होती है। जीवन के सभी अनिवार्य सार तत्व मिट्‌टी से ही मिलते हैं। जिन फूलों को हम अपनी प्रिय वस्तुओं का उपमान बनाते हैं। वे सब मिट्‌टी की ही उपज है। रूप, रस, गंध, स्पर्श इन्हें मिट्‌टी की देन माना जा सकता है। मिट्‌टी में जब चमक उत्पन्न होती है तो वह धूल की पवित्र रूप ले लेती है। यही धूल हमारी संस्कृति की पहचान है।

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निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए:
हीरे के प्रेमी उसे किस रूप में पसंद करते है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए:
लेखक ने संसार में किस प्रकार के सुख को दुर्लभ माना है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए:
मिट्‌टी की आभा क्या है? उसकी पहचान किससे होती है?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए:
धूल के बिना किसी शिशु की कल्पना क्यों नहीं की जा सकती?


(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए:
हमारी सभ्यता धूल से क्यों बचना चाहती है?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए:
अखाड़े की मिट्‌टी की क्या विशेषता होती है?

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
श्रद्धा, भक्ति, स्नेह की व्यंजना के लिए धूल सर्वोत्तम साधन किस प्रकार है?

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए-
इस पाठ में लेखक ने नगरीय सभ्यता पर क्या व्यंग्य किया है?

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
लेखक ‘बालकृष्ण’ के मुँह पर छाई गोधूलि को क्यों श्रेष्ठ मानता है?

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
लेखक ने धूल और मिट्‌टी में क्या अतंर बताया है?