शारीरिक शिक्षा Chapter 6 शारीरिक क्रियाएँ तथा नेतृत्व प्रशिक्षण
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    NCERT Solution For Class 11 शारीरिक शिक्षा शारीरिक शिक्षा

    शारीरिक क्रियाएँ तथा नेतृत्व प्रशिक्षण Here is the CBSE शारीरिक शिक्षा Chapter 6 for Class 11 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 11 शारीरिक शिक्षा शारीरिक क्रियाएँ तथा नेतृत्व प्रशिक्षण Chapter 6 NCERT Solutions for Class 11 शारीरिक शिक्षा शारीरिक क्रियाएँ तथा नेतृत्व प्रशिक्षण Chapter 6 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 11 शारीरिक शिक्षा.

    Question 1
    CBSEHHIPEH11015988

    रिवर रॉफ्टिंग करते समय दो सुरक्षात्मक उपाय लिखों।

    Solution
    1. अँधेरा होने पर रॉफ्टिंग न करना।
    2. जीवन रक्षक जैकेट व हैलमेट पहनना।
    Question 2
    CBSEHHIPEH11015989

    पर्वतारोहण के लिए दो आवश्यक सुरक्षा उपाय बताइए।

    Solution
    1. पर्वतारोहण में जाने से पूर्व मौसम का पूर्वानुमान जान लेना चाहिए।
    2. अपनी दवाईयाँ तथा प्राथमिक चिकित्सा किट साथ लें जानी चाहिए।
    Question 3
    CBSEHHIPEH11015990

    क्या शारीरिक क्रियाकलाप जीवन की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं। यदि हाँ तो कैंसे?

    Solution

    शारीरिक क्रियाकलाप जीवन की गुणवता में सुधार लाने हेतु निम्नलिखित ढंग से सहायता करते हैं:

    1. हृदय के स्वास्थ्य में सुधार-विभिन्न शारीरिक क्रियाकलापो से हृदय में निम्नलिखित परिवर्तन होते हैं:
      1. रक्तचाप का स्तर कम होना।
      2. LDL अर्थात् बुरे कोलस्ट्रोल के स्तर को कम करना।
      3. हदल अर्थात् अच्छे कोलस्ट्रोल के स्तर को बढ़ा देना।
      4. हृदयघात की संभावना कम होना।
        इन सबके परिणामस्वरूप हृदय का स्वास्थ्य अच्छा होता है।
    2. मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि:
      शारीरिक क्रियाकलाप करना
               ↓
      आक्सीजन संचार में वृद्धि
              ↓
      ऊर्जा स्तर बढ़ना
             ↓
      मस्तिष्क को प्रभावित करना तथा व्यक्ति का अच्छा अनुभव करना
             ↓
      मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि होना
    3. भार नियंत्रित करना:
      शारीरिक क्रियाकलाप करना
                  ↓
       अधिक कैलोरी जलना
                  ↓
      भार नियंत्रित रहना
                 ↓
      बीमारियों जैसे मधुमेह, हृदय रोगों व गढ़िया से बचाव होना

     

    Question 4
    CBSEHHIPEH11015991

    एक अच्छे नेता के कोई तीन गुणों का वर्णन करो।

    Solution
    1. आकर्षक रूप:  नेतृत्व में व्यक्ति के रूप का बहुत महत्व होता है, क्योंकि इससे व्यक्ति का प्रथम प्रभाव पड़ता है। आकर्षक रूप वाले व्यक्तित्व के व्यक्ति की ओर अधिक लोग आकर्षित होते हैं।
    2. कर्मठ: शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में एक नेता को कर्मठ होना अत्यंत आवश्यक है। एक कर्मठ व्यक्ति का सभी आदर करते हैं।
    3. नैतिक स्तर: नेता को दूसरों के साथ व्यवहार में नैतिक मूल्यों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे-सच्चाई, समान व्यवहार तथा अच्छा आचरण आदि।
    Question 5
    CBSEHHIPEH11015992

    साहसिक खेलों के कोई तीन उद्देश्य लिखिए।

    Solution
    1. प्रकृति के साथ जुड़ना; अधिकतर खेलों में आऊटडोर क्रियाकलाप शामिल होते हैं जो प्रतियोगियों को प्रकृति के साथ जुड़ने का अनुभव प्राप्त करने का सुअवसर देते हैं। प्रतियोगी प्रकृति के नजदीक आते हैं। प्रकृति के साथ यह जुड़ाव प्राकृतिक वातावरण का अनुभव प्रदान करता है।

    2. अतिरिक्त ऊर्जा का उचित प्रयोग: साहसिक खेल प्रतियोगियों को उनकी अतिरिक्त ऊर्जा तथा उत्साह को एक सकारात्मक तथा स्वस्थ दिशा प्रदान करते हैं। जिससे वे अपना सर्वागीण विकास करने में सफल हो सकते हैं।

    3. एकाग्रता विकसित करना: कोई भी साहसिक खेल बिना एकाग्र हुए नहीं किया जा सकता है। साहसिक खेलों में भाग लेकर एक व्यक्ति में अनुभवों की श्रृंखला को आत्मसात करने की योग्यता आती है। इस प्रकार व्यक्ति की ध्यान केन्द्रित करने की योग्यता बढ़ती है जिससे उसकी एकाग्रता शक्ति बढ़ती है।
    4.  

    Question 6
    CBSEHHIPEH11015993

    ट्रै'किग के विभिन्न प्रकारों का वर्णन करों।

    Solution

    ट्रैकिंग के विभिन्न प्रकारों का का वर्णन निम्नलिखित हैं:
    आसान ट्रैकिंग: इसमें अत्यधिक ऊँचे स्थानों की चढ़ाई नहीं होती है। ऐसे ट्रैक सामान्यत: सभी पर्वत श्रृंखला में पाए जाते हैं। इस प्रकार की ट्रैकिंग विशेषकर एक ऐसे अकेले व्यक्ति द्वारा की जाती है। जिसे ट्रैकिंग का कोई अनुभव नहीं होता है।

    मध्यम ट्रैकिंग: मध्यम ट्रैकिंग पर चढ़ाई करना आसान ट्रैकों की अपेक्षा थोड़ा कठिन तथा चुनौतीपूर्ण होता है। इस ट्रैकिंग के लिए प्रतिभागी को अपेक्षाकृत अधिक शारीरिक शक्ति की आवश्यकता होती है। यह ट्रैकिंग थोड़ी-सी ऊँचाई वाले स्थानों पर आयोजित की जाती है।

    कर्मठ या विकट ट्रैकिंग: कर्मठ या विकट ट्रैनिंग में अत्यधिक शारीरिक प्रयासों तथा दृढ़ता की आवश्यकता पड़ती है। इस प्रकार की ट्रैकिंग सामान्यत: 50 मीटर अथवा अधिक की ऊँचाई पर आयोजित की जाती हे। इसमें कुछ खड़ी चढ़ाईयाँ भी शामिल हैं।

    कठिन ट्रैकिंग: इस प्रकार की ट्रैकिंग साहसी एवं अनुभवी पर्वतारोहियों द्वारा अधिक ऊँचाई वाली खड़ी चढ़ाईयों पर की जाती है। चूँकि इस प्रकार की ट्रैकिंग में एक माह से भी अधिक का समय लगता है इसीलिए ट्रैकर को अत्यधिक शारीरिक एवं मानसिक शक्ति तथा दृढ़ता की आवश्यकता होती है।

    Question 7
    CBSEHHIPEH11015994

    सर्फिग हेतु आवश्यक सुरक्षा उपायों का वर्णन करो।

    Solution
    1. हमेशा उन जगहों पर सर्फिंग (Surfing) या तैराकी करनी चाहिए जो (Surf-life savers) तथा लाइफगार्ड के द्वारा जाँचे गए हों।
    2. लाल व पीले झण्डों के बीच में ही (Surfing) करें। इनके द्वारा सुरक्षा जगह (Mark) मार्क होती है।
    3. हमेशा एक साथी के साथ या किसी के निर्देशन में ही तैरें।
    4. चिन्हों को पूर्ण रूप से पढ़ें और पालन करें।
    5. खाना खाने के बाद तैराई (Swim) न करें।
    6. एल्कोहल या किसी ड्रैग (Drug) का प्रयोग करने के बाद तैराकी न करें।
    7. पानी की स्थिति के बारे में सुनिश्चित करके ही तैराकी करें।
    8. पानी में कभी भी दौड़ने व Dive करने की कोशिश न करें।
    9. अगर आप को पानी में कुछ दिक्कत हो गई है तो डरे नहीं। सहायता के लिए अपना हाथ ऊपर उठायें पानी की सतह पर तैरें व सहायता के लिए प्रतीक्षा करें।
    Question 8
    CBSEHHIPEH11015995

    पैराग्लाइडिंग करते समय सुरक्षा उपाय लिखों।

    Solution
    1. अपने आप को पैराग्लाइडिंग सीखाने की कोशिश न करें यह अत्यधिक खतरनाक हो सकता है।
    2. एक पूर्णत: प्रशिक्षित पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षक से ही पैराशूट उड़ाना सीखें।
    3. एक पंजीकृत क्लब को ही Join करें।
    4. यदि आप एक शुरूआती हैं, तो प्रयोग किए हुए उपकरण न खरीदें जब तक कि आप प्रशिक्षक के द्वारा पूर्ण रूप से चैक न कर लिए गए हों।
    5. पैराग्लाइडिंग करते समय सभी सुरक्षा उपकरण जैसे फ्लाइट सूट, सूटस व हैलमेट पहनना न भूलें। लाँचिंग करने से पहले मौसम की जानकारी लेना न भूलें।
    6. उड़ान का वह स्तर न करने की कोशिश करें जो आपके अनुभव के स्तर से परे है।
    7. पैराग्लाइडिंग काफी खतरनाक हो सकती है यदि उचित Judgement न किया जाए।
    Question 9
    CBSEHHIPEH11015996

    रिवर रॉफ्टिंग करते समय सुरक्षा उपायों का वर्णन करो।

    Solution

    रिवर रॉफ्टिंग के दौरान सुरक्षा उपाय:

    1. अकेले जाने से सदैव बचना।
    2. अच्छे तैराक की योग्यताएँ होना।
    3. जीवन रक्षक जैकेट व हैलमेंट पहनना।
    4. नदी को वर्गीकृत करने की उचित योग्यताएँ होना।
    5. रिवर रॉफ्टिंग में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों की जाँच करना।
    6. अँधेरा होने पर रॉफ्टिंग न करना।
    7. रॉफ्टिंग से पहले/दौरान के बाद में तरल पदार्थों का सेवन करना।

    Question 10
    CBSEHHIPEH11015997

    ट्रैकिंग करते समय क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए।

    Solution
    1. बरसात के मौसम में ट्रैकिंग न करना। बिजली चमकने के समय शिखर पर न रूकना।
    2. आवश्यक सामग्री जैसे पानी, माचिस, भोजन-सामग्री, रस्सी इत्यादि को साथ लेकर जाना।
    3. ट्रैकिंग पर जाने से पहले गंतव्य स्थान की मौसम रिर्पोट को देखना। खराब मौसम व वातावरण में ट्रैकिंग न करें।
    4. कीटों से बचने के लिए पूरी बाजू की कमीज तथा पूरी पैंट पहनना।
    5. पैरों में उचित जूते पहनना जो न फिसले।
    6. ट्रेकिंग करते समय पत्ते व फूल न खाना। ये जहरीले हो सकते हैं ।
    7. हृदय तथा फेफड़ों से सम्बन्धित बीमारियों वाले व्यक्तियों को ट्रैकिंग पर नहीं जाना चाहिए।
    Question 11
    CBSEHHIPEH11015998

    निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए।

    (i) रॉक क्लाइम्बिंग (ii) कैम्पिंग

    Solution

    रॉक क्लाइम्बिंग:

    1. सर्वाधिक खतरनाक खेल क्रियाकलापों या गतिविधियों में से एक है।
    2. अत्यधिक मानसिक नियंत्रण, फुर्ती, लचीलापन, सहनशक्ति तथा विभिन्न समन्वयात्मक योग्यताओं का मिश्रण है।
    3. वास्तव में यह एक ऐसा क्रियाकलाप है जिसमें प्रतिभागी प्राकृतिक चट्टानों तथा कृत्रिम चट्टानों पर चढ़ते हैं।
    4. इस खेल की कठिनाई का स्तर चट्टान के झुकाव पर निर्भर करता है।
    5. इसमें चढ़ाई कई प्रकार की होती है जैसे- एड क्लाइम्बिंग, फ्री क्लाइम्बिंग, ट्रेड अथवा प्रारंभिक क्लाइम्बिंग, स्पोर्टस क्लाइम्बिंग, टॉप-रीप क्लाइम्बिंग आदि।

     

    कैम्पिंग:
    कैम्पिंग एक प्रकार का मनोरंजक आऊटडोर क्रिया-कलाप है जिसमें व्यक्ति अपने नियमित निवास स्थान को छोड्कर प्रकृति का आनन्द उठाने के लिए कुछ रातें खुले में कैम्प स्थल पर बिताते हैं। यह एक सुनियोजित, व्यवस्थित तथा उद्देश्यपूर्ण कार्यक्रम होता है। जिसमें व्यक्ति अपने अन्य सहभागियों जिन्हें कैम्पर्स कहा जाता है, के साथ अन्य क्रियाकलापों जैसे- हाइकिंग, ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, रॉक क्लाम्बिंग, माउन्टेन, बाइकिंग, तथा डोंगी चलानी वाली गतिविधियों का आनन्द लेते है।

    कैम्पिंग कई प्रकार की हो सकती है जैसे-स्काउट कैम्प, एन.सी.सी. कैम्प, एन.एस.एस. कैम्प, खेल कैंप, साहसिक कैंप या सामाजिक कैंप आदि।

    Question 12
    CBSEHHIPEH11015999

    रिवर रॉफ्टिंग की विभिन्न श्रेणियों का उनकी कठिनाई केआधार पर वर्गीकरण कजिए।

    Solution

    रॉफ्टिंग की विभिन्न श्रेणियों का उनकी कठिनाई केआधार पर वर्गीकरण निम्नलिखित हैं:

    1. श्रेणी I: इस श्रेणी में बहते जल की आसान लहरों पर रॉफ्टिंग की जाती है, जिसमें अधिक कौशल की आवश्यकता नहीं पड़ती। नौसिखिए नौकाचालक अधिकतर इसी श्रेणी के जल प्रवाह में रॉफ्टिंग करते हैं।
    2. श्रेणी II: इस श्रेणी में बहते जल की थोड़ी अशांत लहरों के साथ-साथ कुछ चट्टानें भी हो सकती हैं। इसमें थोड़े से कौशल और अनुभव की आवश्यकता पड़ती है।
    3. श्रेणी III: इस श्रेणी में अंशात लहरों के साथ-साथ कुछ कठिन मुहाने भी होते हैं। इस प्रकार की लहरों में रॉफ्टिंग के लिए अनुभव तथा चप्पू चलाने में दक्षता की आवश्यकता होती है।
    4. श्रेणी IV: इस श्रेणी में लहरे बड़ी और चट्टानों से टकराने के कारण बहुत अशांत होती है। इसमें रॉफ्टिंग के लम्बे अनुभव तथा तीव्र कौशलों की आवश्यकता होती है।
    5. श्रेणी V: यह अत्यधिक कठिनाई वाला स्तर है। इसमें बड़ी-बडी लहरें हो सकती हैं। इसमें जल की मात्रा भी विशाल हो सकती है। इसमें चट्टानें भी बड़ी होती हैं । इसमें सूक्ष्म कौशल की आवश्यकता होती हैं। इस स्तर की रॉफ्टिंग केवल अनुभवी प्रतिभागियों को ही करनी चाहिए।
    6. श्रेणी VI: इस स्तर पर रॉफ्टर विशाल लहरों का सामना करने की आशा कर सकता है। यह स्तर अत्याधिक कठिन होता है। जिसमें अत्यधिक शारीरिक क्षमता तथा मानसिक दृढ़ता की आवश्यकता होती है। इस स्तर की रॉफ्टिंग में चोट लग सकती है तथा मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे स्तर की रॉफ्टिंग का सफलतापूर्वक बिना किसी चोट अथवा मृत्यु के पूर्ण होना या तो सौभाग्यवश पूरा होना माना जाता है या फिर अत्यधिक कौशल के कारण। 

    Question 13
    CBSEHHIPEH11016000

    शारीरिक शिक्षा के द्वारा नेता बनने की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।

    Solution

    शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में नेताओं में दो प्रकार के गुण होते हैं - जन्मजात गुण व अर्जित गुण। शारीरिक शिक्षा के माध्यम से अर्जित गुणों का सफलतापूर्वक विकास इस प्रकार किया जा सकता है जिससे कि ज़्यादा से ज़्यादा शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रभावी एवं कुशल नेता बन सके:

    1. छात्रों का विश्लेषण करना: इस क्षेत्र में नेताओं को बनाने के लिए छात्रों का विश्लेषण अर्थात् किसी छात्र में नेतृत्व के कौन-से कौशल पहले से ही सुविकसित हैं तथा किन कौशलों को अभी विकसित किये जाने की आवश्यकता है, करना चाहिए। इसके लिए निम्नलिखित प्रश्नों की सहायता ली जा सकती है:
      1. क्या स्पष्ट रूप से निर्देशन कर पाते हैं तथा जिनका वे नेतृत्व कर रहे हैं क्या उन्हें प्रोत्साहित कर पाते है?
      2. जिन विद्यार्थियों का वे नेतृत्व कर रहे हैं क्या वे अभिप्रेरित होते हैं तथा एकाग्र होकर आगे बढ़ते हैं।
    2. नेतृत्व के गुणों में और अधिक सुधार लाने वाले विद्यार्थियों की पहचान करना: इसके उपरान्त जिन छात्रों अथवा छात्रों के समूह के नेतृत्व के गुणों में सुधार लाने की आवश्यकता है, उन्हें पहचानें।
    3. नेतृत्व कौशल के विकास हेतु विभिन्न पद्धतियाँ अपनाना। नेतृत्व कौशल हेतु विभिन्न पद्धतियाँ:
      1. छात्रों को विभिन्न प्रकार की भूमिकाएँ प्रदान करने का अवसर प्रदान करना।
        1. खेल क्रियाकलापों का पर्यवेक्षण व प्रबंधन करवाना।
        2. विभिन्न खेलों में टीम का कप्तान बनाकर।
        3. विभिन्न प्रकार की समितियों का सदस्य बनाकर।
        4. कार्यालयीन कामकाज तथा समूह तैयारी का कार्यभार देकर।
        5. खेल पर्वों पर विभिन्न आयोजनों द्वारा अध्यापकों को तथा प्रशिक्षक को क्लब चलाने में और टीम के संचालन में सहायता करने का अवसर प्रदान करना।
      2. नेतृत्व सम्बन्धी कुछ पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाना।
      3. विद्यार्थियों को उनके कौशल विकसित करते रहने के अवसर प्रदान करवाना तथा चुनौती तथा जटिलता प्रस्तुत करने वाले नेतृत्व के विभिन्न अवसर प्रदान करना।
      4. नेतृत्व विद्यार्थियों को अलग पहचान देना (टोपी व जैकेट तथा Badge लगाकर जैसे Head Girl व Head Body बनाकर अलग से पहचान देना।
    4. विद्यार्थियों में विश्वास तथा भरोसा रखना: किसी विद्यार्थी में नेतृत्व के गुणों के विकास के लिए उसमें भरोसा तथा विश्वास दर्शाना चाहिए जिससे विद्यार्थी और अच्छा करने के लिए अभिप्रेरित हो।
    5. पुरस्कार द्वारा: छात्रों को पुरस्कार देकर भी उनमें नेतृत्व के गुणों को विकसित किया जा सकता है।
    6. सुधार करने की प्रक्रिया को बार-बार दोहराने से भी विद्यार्थी में नेतृत्व के गुणों को विकसित किया जा सकता है।

    Question 14
    CBSEHHIPEH11016001

    साहसिक क्रियाकलापों के दौरान क्या करना चाहिए तथा क्या नहीं करना चाहिए को सूचीबद्ध कीजिए?

    Solution

    करने वाले कार्य:

    1. साहसिक गतिविधियों को किसी प्रशिक्षित मार्गदर्शक की निगरानी में किया जाना चाहिए।
    2. गतिविधियों को करने वाले रारत्ते व जगह का संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए।
    3. भागीदारों की सुरक्षा का ध्यान रखना तथा प्रथम उपचार का इंतजाम करना।
    4. गुणवत्ता वाले उपकरणों का इंतजाम करना।
    5. कैम्पिंग के दौरान किसी भी प्रकार के मौसम का सामना करने हेतु तैयारी रखना।
    6. नष्ट होने योग्य तथा नष्ट न होने वाले जीव पदार्थों (Bio-degradable and non-biodegradable) के लिए कूड़ेदान का इंतजाम करना।
    7. कैम्प-साइट पर साफ-सफाई का ध्यान रखना।
    8. कैम्पिंग के दौरान, जंगल एवं पहाड़ों में आग का सावधनी से इस्तेमाल करना।

    न करने वाले कार्य:

    1. कैम्प-साइट पर खाली बोतलें व खाने के पदार्थ न फेंकना।
    2. नदियों व तलाबों में कपड़े व बर्तन न धोना।
    3. पहाड़ों में टॉफी के रैपर, एलुमिनीयम फॉयल व प्लासटिक कैन न फैंकना।
    4. नदी के किनारे शौचालय का इस्तेमाल न करना।
    5. इस्तेमाल किए हुए रेनकोट व कपड़ों को न छोड़ना।
    6. कैम्पिंग क्षेत्र के आस-पास पेड़ों को न काटना।
    7. पीने के पानी (नदियों और नहरों का) को प्रदूषित न करना।
    8. ध्वनि प्रदूषण से जीवन-जंतुओं को परेशान न करना।

    Question 15
    CBSEHHIPEH11016002

    शारीरिक शिक्षा में भाग लेने से किस प्रकार नेतृत्व के गुणों का विकास होता है?

    Solution

    नेतृत्व व्यक्ति की वह योग्यता का विकास होता है जो कि इस प्रकार है;


    LEADERSHIP THROUGH PHYSICAL EDUCATION:

    L: Loyality निष्ठावान,
    E: Enthusiasm जोश, Eagerness उत्सुकता
    A: Adjustment सामंजस्य, Alertness सतकर्ता
    D: Discipline अनुशासन, Determination दृढ़ संकल्प, Dedication समर्पण
    E: Energetic ऊर्जावान
    R: Reliable विश्वसनीय, Realisitc यथार्थवादी 
    S: Sincerity ईमानदारी, Sympathy दयावान, Sociability सामाजिक, Sacrifice त्याग 
    H: Honesty ईमानदारी, Health स्वास्थ्य
    I: Intelligence बुद्धिमता 
    P: Patience धैर्य  

    Question 16
    CBSEHHIPEH11016003

    शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में नेतृत्व के लिए आवश्यक गुणों की व्याख्या कीजिए।

    Solution
    1. शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में एक नेता का कर्मठ होना एक मौलिक आवश्यकता है।
    2. नेता का दूसरों के प्रति मैत्री व स्नेह का भाव भी एक आवश्यक गुण है।
    3. नेता में तुरन्त सही निर्णय लेने की योग्यता होनी चाहिए।
    4. शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में नेता को तकनीकी रूप से कुशल होना चाहिए।
    5. शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में नेता में विभिन्न जटिल समस्याओं का सम्भावित हल ढूँढने की योग्यता होनी चाहिए अर्थात् उसका बुद्धिमान होना आवश्यक है।
    6. इस क्षेत्र में नेता को विभिन्न शिक्षण कौशलों एवं शिक्षण पद्धितियों में कुशल एवं निपुण होना चाहिए।
    7. शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में एक नेता को नई तकनीकों तथा विचारों के प्रतिपादन के योग्य होना चाहिए। यह उसके रचनात्मक (Creative) सोच को दर्शाती है।
    8. किसी भी व्यवसाय की जटिल समस्याओं का निदान केवल अनुसंधानों के द्वारा ही निकाला जा सकता है। इसलिए शारीरिक शिक्षा के नेता की अनुसंधान कार्यो में विशेष रुचि होनी चाहिए।
    9. एक नेता को बिना थके लम्बे समय तक काम करना होता है, इसलिए शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत नेता का स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए।
    10. नेता में अपने व्यवसाय के प्रति समर्पण तथा संकल्प जैसे गुण होने बहुत आवश्यक है।
    11. शारीरिक शिक्षा के नेता में उच्च गामक पुष्टि (High Motor Fitness) जैसे-शक्ति, गति, सहन-क्षमता, लचक व तालमेल संबंधी योग्यताओं का होना आवश्यक है।
    12. इस व्यवसाय के नेता में दूसरों के प्रति आदर-सम्मान का भाव होना चाहिए तभी वह स्वयं भी सम्मान का पात्र होगा।
    Question 17
    CBSEHHIPEH11016004

    शारीरिक क्रियाओं के लिए व्यवहार परिवर्तन की अवस्थाओं का वर्णन करो।

    Solution

    व्यवहार में परिवर्तन हेतु विभिन्न लोग पाँच अवस्थाओं से होकर गुजरते हैं। कुछ लोग इन पाँच अवस्थाओं के बाद तथा इन अवस्थाओं के बीच में कभी भी पीछे की ओर जा सकते हैं।

    व्यवहार परिवर्तन की पाँच अवस्थाओं का वर्णन इस प्रकार है:

    1. अवस्था I: इस अवस्था में एक व्यक्ति अपनी समस्या से या तो परिचित ही नहीं होता या फिर कोई भी समस्या होने से इंकार करता है। व्यक्ति अपनी समस्याओं के लिए परिस्थितियों को दोषी ठहराता है जैसे- मैं अपना वजन नहीं घटा सकता क्योंकि मेरी पत्नी बड़ा स्वादिष्ट खाना बनाती है।
    2. अवस्था II: इन अवस्था में व्यक्ति परिवर्तन करने की सोचने लगता है। व्यक्ति अपने व्यवहार में परिवर्तन के कुछ कारण देखने लगता है लेकिन कुछ करने के लिए हिचकिचाहट महसूस करता है। जैसे व्यक्ति स्वीकार लेता है कि उसे पतला होने की जरूरत है लेकिन पतला होने के लिए किये गये प्रयासों से हिचकिचाहट महसूस करता है।
    3. अवस्था III: इन अवस्था में व्यक्ति अपना व्यवहार परिवर्तन करने का निर्णय कर लेता है और वह व्यवहार परिवर्तन के तरीकों के बारे में सोचने लगता है। इस अवस्था के दौरान व्यक्ति अपना उद्देश्य प्राप्त करने के लिए छोटे-छोटे परिवर्तन करने लगता है। लेकिन इस अवस्था में व्यक्ति पूर्ण रूप से अवांछित व्यवहार को नहीं छोड़ पाता है अर्थात् भार घटाने के लिए समोसे या तली हुई चीजों से परहेज नहीं कर पाता है।
    4. अवस्था IV: समस्या व्यवहार को हल करने के लिए इस अवस्था में व्यक्ति पर्याप्त कदम उठाता है। इसमें व्यक्ति व्यवहार परिवर्तन हेतु लालच छोड़ देता है। अर्थात् तली हुई चीजों का बिलकुल त्याग कर देता है।
    5. अवस्था V: इस अवस्था में व्यक्ति अपने द्वारा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उठाए गए कदमों को बनाए रखता है। इस अवस्था तक व्यक्ति अपने व्यवहार में पूर्णत: परिवर्तन कर चुका होता है लेकिन बीच-बीच में उसे कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
      इस अवस्था को बनाए रखना सबसे कठिन होता है।

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