शारीरिक शिक्षा Chapter 12 डोपिंग
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    NCERT Solution For Class 11 शारीरिक शिक्षा शारीरिक शिक्षा

    डोपिंग Here is the CBSE शारीरिक शिक्षा Chapter 12 for Class 11 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 11 शारीरिक शिक्षा डोपिंग Chapter 12 NCERT Solutions for Class 11 शारीरिक शिक्षा डोपिंग Chapter 12 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 11 शारीरिक शिक्षा.

    Question 1
    CBSEHHIPEH11016132

    डोपिंग का क्या मतलब हैं?

    Solution

    डोपिंग वह शब्द है, जिसका प्रयोग खेल के क्षेत्र में तब किया जाता है, जब ऐथलीट अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए प्रतिबंधित पदार्थों या विधियों का अनुचित रूप से प्रयोग करता है।

    Question 2
    CBSEHHIPEH11016133

    डोपिंग के कितने प्रकार होते हैं?

    Solution

    डोपिंग के तीन प्रकार होते हैं:

    1. नशीली दवाओं का सेवन
    2. रक्त डोपिंग
    3. जीन डोपिंग

    Question 3
    CBSEHHIPEH11016134

    नशीली दवाएँ या नारकोटिक्स (Narcotics) से आप क्या समझते हैं।

    Solution
    1. नशीली दवाओं से मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है।
    2. खिलाड़ी का ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता है।
    3. यह दवाएँ चोटों से उत्पन्न होने वाले दर्द को कम कर देती है। उदाहरण मोरफिन, पेथड़िन।
    Question 4
    CBSEHHIPEH11016135

    रक्त डोपिंग पर एक उल्लेख लिखो।

    Solution

    रक्त डोपिंग (WADA) के अनुसार रक्त में (RBC) लाल रक्त कणों की संख्या को प्रतिबंधित पदार्थों के प्रयोग से बढ़ाना रक्त डोपिंग कहलाता है।

    1. इस तरह रक्त डोपिंग से शरीर में सहन शीलता में वृद्धि होती है।
    2. रक्त डोपिंग का मुख्य उद्देश्य सिकुड़ी मांसपेशियों को अधिक मात्रा में आक्सीजन पहुँचाकर शारीरिक शक्ति में वृद्धि करना है।
    3. रक्त डोपिंग का प्रयोग- लम्बी दूरी के दौड़ में साइक्लिरत्तों, मुक्केबाजी आदि खेलों में किया जाता है।

    Question 5
    CBSEHHIPEH11016136

    बीटा- ब्लोकिस खेल प्रदर्शन में किस प्रकार सहायक होते हैं?

    Solution

    खेल प्रदर्शन में बीटा--ब्लोकिस इस प्रकार सहायता करते है:

    1. रक्त चाप दर में कमी तथा हृदय धड़कन धीमी हो जाती है।
    2. हाथो की कपकपी को भी कम करता है।
    3. दुषचिंता में कमी हो जाती है।
    4. ध्यान केंद्रित करने में सहायता होती है। बीटा-ब्लकिस कुछ खेलों में जैसे तीरंदाजी, शूटिंग व गोल्फ आदि में प्रतिबंधित है।

    Question 6
    CBSEHHIPEH11016137

    अंतराष्ट्रीय संस्था वाड़ा (WADA) का मुख्य उद्देश्य क्या है।

    Solution

    (WADA) (वाड़ा) संस्था का मुख्य उद्देश्य खेल प्रतियोगिताओं में डोपिंग एवं नशीले पदार्थों के सेवन को पूर्ण रूप से समाप्त करना है।

    Question 7
    CBSEHHIPEH11016138

    डोपिंग नियंत्रण के लिए एथलीट्स के कोई दो उत्तरदायित्वों को बताइए।

    Solution
    1. WADA के सभी नियमों की जानकारी रखें और उनका पालन करें।
    2. (WADA) द्वारा टैस्ट के लिए खिलाड़ी उपलब्ध रहें।
    3. सील लगने तक टेस्ट सैम्पल का ध्यान रखें।
    4. एथलिस्ट को परीक्षण कार्यक्रम में अपना सहयोग देना चाहिए।
    5. अपना सही फोटो पहचान पत्र को दिखाएँ।
    Question 8
    CBSEHHIPEH11016139

    खेलों में वर्जित या प्रतिबंधित प्रदार्थ के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताइए।

    Solution

    खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए अनेक प्रकार के प्रतिबंधित प्रदार्थों का प्रयोग करता है।

    1. उत्तेजक: उत्तेजक खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
      1. भूख में कमी, सिरदर्द, तनाव आदि।
      2. रक्त दाब बढ़ जाता है, एवं तापमान में बढ़ोत्तरी।
      3. सतर्कता को बढ़ाता है।
    2. एनाबोलिक स्कीरायड्सः इसका प्रयोग खिलाड़ी अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए करते है पर लंबे समय तक इसका प्रयोग करने से निम्नलिखित प्रभाव पड़ते है जैसे:
      1. चेहरे पर अधिक बाल आना, मासिक धर्म में अनिमियता।
      2. मूड का बदलना, तनाव, अधिक गुस्सा आना मानसिक अवसाद (Depression)
      3. पुरुषों में गंजापन
      4. उच्च रक्त चाप
    3. कन्नाबाइनांइज:
      1. एकाग्रता (Concentration) की कमी।
      2. जीभ, गले, फेफड़ों का (Cancer) कैंसर।
      3. याद न रहना आदि समस्याएं उतपन्न होती है।
      4. फेफड़ों की क्षमता में कमी होना।
    4. बीटा ब्लॉकर्स; वीटा ब्लॉकर्स के सेवन से निम्नलिखित दुष्प्रभाव है जैसे:
      1. खिलाड़ी की सहनक्षमता में कमी आना।
      2. पाचन शक्ति कमज़ोर होना, सिर दर्द होना।
      3. रक्त चाप, पेट संबंधी रोगों का होना।
    5. नशीली दवाएं या नारकोटिक्स:- इन दवाओं के सेवन से खिलाड़ी को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे:
      1. मानसिक और शारीरिक संतुलन बिगड़ना।
      2. उल्टी कब्ज, आदि।
      3. बेहोशी की अवस्था में जाना।
    6. डायूरेटिक्स: डायूरेटिक्स के सेवन से खिलाड़ी को निम्न समस्याओं का समना करना पड़ता है:
      1. पानी की कमी हो जाती है।
      2. चक्कर आना
      3. माँसपेशियाँ फट जाना
      4. पोटैशियम की कमी आना
    7. वीटा-2 ऐगोनिस्टस: वीटा-2 के सेवन से खिलाड़ी को निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे:
      1. हाथ ठंडे पड़ना, चक्कर आना।
      2. सिरदर्द उल्टी आना।
      3. नींद कम आना, अवसाद आदि।

    Question 9
    CBSEHHIPEH11016140

    निषेध पदार्थो के दुष्प्रभाव क्या-क्या है?

    Solution
    1. हृदय गति तथा रक्त चाप में वृद्धि
    2. सैक्स संबंधी विकार
    3. महिलाओं में पुरूष के समान लक्षण
    4. शारीरिक एवं मानसिक कमज़ोरी
    5. स्ट्रोक, साइकोसिस जैसी जटिलताएँ तथा मृत्यु भी हो सकती है
    6. पुरूषों में स्तन बढ़ना
    7. समय से पहले गंजापन
    8. प्रोस्टेट ग्रथि का बढ़ना
    9. मासिक धर्म में अनिमियता
    10. तनाव, मानसिक अवसाद (Depressions) एवं अधिक गुस्सा आना
    Question 10
    CBSEHHIPEH11016141

    शारीरिक विधियों से क्या तात्पर्य है, खेल-कूद क्षेत्र में प्रतिबंधित विधियों का उल्लेख करें।

    Solution

    ब्लड डोपिंग: ब्लड डोपिंग लाल रक्त कणिकाओं की संख्या में वृद्धि करने की एक विधि है जिसे गलत एवं प्रतिवंदित पदार्थों के प्रयोग के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसके अन्तर्गत दो विधियाँ आती है।

    आटोलोगस ब्लड डोपिंग: खेल प्रतियोगिता से कुछ हफ्ते पहले खिलाड़ी को रक्त चढ़ा दिया जाता है। इसे आटोलोगस ब्लड डोपिंग कहते हैं।

    1. होमोलोग्स ब्लड डोपिंग:- जब एक व्यक्ति के शरीर से ताज़ा रक्त लेकर सीधा दूसरे खिलाड़ी के शरीर में चढ़ा दिया जाता है, इसे होमोलोग्स ब्लड डोपिंग कहते हैं । इससे लाल रक्त कणिकाओं (RBC) की संख्या में बढ़ोतरी करके मांसपेशियों में आक्सीजन पहचान की क्षमता में वृद्धि हो जाती है। इस प्रकार मांसपेशियों में सहन क्षमता बढ़ती है और खेल का प्रदर्शन और यह एरोविक क्षमता बढ़ाने में सहायक होती है।
    2. डोपिंग: जीन डोपिंग खिलाड़ी के शरीर के खेल प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए कोशिकाओं या जीन्स का जोड़-तोड़ है। इससे सामान्य स्वस्थ्य कोशिकोओं के कार्य को बढ़ाने का प्रयास किया जा सकता है। जीव थेरपी मांसपेशियों व अस्थियों की संरचनाओं की वृद्धि व विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह मांसपेशियों, कंडराओं व लिगामेन्टस आदि की चोटों में मरम्मत भी तेजी से कर सकेगी।
    3. रसायनिक व भौतिक जोड़-तोड़: डोपिंग नियंत्रण के दौरान सैम्पल के साथ छेड़-छाड़ का प्रयास करना प्रतियोगिता के दौरान या बाद में यह प्रतिबंधित होता है।

    Question 11
    CBSEHHIPEH11016142

    डोपिंग परीक्षण विधि को विस्तार में लिखिए।

    Solution

    डोपिंग परीक्षण एक तकनीकि विश्लेषण है जिसमें किसी भी एथलिस्ट के थूक, मूत्र, रक्त, पसीने इत्यादि के नमूने लिए जाते हैं और यह जाँचा जाता है कि क्या इसमें विशिष्ट पदार्थ है या नहीं।

    परीक्षण विधि:
    परीक्षण के समय खिलाड़ी के थूक, मूत्र, रक्त एवं के नमूने लिए जाते है। इन नमूनों को दो भागों में बाँट दिया जाता है (सैंपल ए और सैंपल बी) तथा इन्हें सील कर दिया जाता है। यदि सैंपल ए पॉजीटिव (Positive) या सकारात्मक पाया जाता है तो खिलाड़ी को सूचना दी जाती है। तथा उसका पंजीकरण किया जाता है।

    इसके बाद सैंपल का परीक्षण किया जाता है। इसके बाद सैंपल बी के परीक्षण के दौरान खिलाड़ी या उसका कोच उपस्थित रहने का हकदार होता है। यदि यह सैंपल भी सकारात्मक पाया जाता है तो खिलाड़ी के खेल से संबंधित खेल संघ को सूचित किया जाता है। अब यह खेल संघ की जिम्मेदारी होती है कि वह दोषी पाए गए खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगाएँ।

    Question 12
    CBSEHHIPEH11016143

    प्रदर्शन को बढ़ाने वाले पदार्थो की सूची बनाये तथा किन्हीं दो का वर्णन कीजिए।

    Solution

    दर्शन को बढ़ाने वाले पदार्थो की सूची:

    1. उत्तेजक (STIMULANTS)
    2. एनाबोलिक सटीरायड्स (ANABOLIC)
    3. डायूरेटिक्स (DIURETICS)
    4. पेप्टाइड हार्मोन (PEPTIDE HARMONES)
    5. नशीली दवाएँ (NAROCOTICS)
    6. वीटी-2 एग्रोनिस्टर (BETA-2 AGONISTS)
    7. कैनाबिनायडस (CANNABINOIDS)
    1. उत्तेजक (STIMULANTS): खिलाड़ी अपने प्रदर्शन एवं अपने खेल स्तर को बढ़ाने के लिए कोकीन, कैथीन और मोडाफिनिल जैसे पदार्थो का सेवन गोली या स्प्रे, टीके के रूप में करता है। इन सब पदार्थों से शरीर में चेतना और आत्मविश्वास की बढ़ोत्तरी होती है और थकावट में कमी आती है।
    2. एनाबोलिक सटीरायइस: इन पदार्थों का प्रयोग खिलाड़ी अपनी मांसपेशियों की शक्ति में वृद्धि करने के लिए करते है। खिलाड़ी इनका सेवन टीके या नशीली दवा के रूप में  करते है जिससे खिलाड़ी का खेलों में प्रदर्शन बेहतर हो जाता है।

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