Sponsor Area

NCERT Solutions for Class 11 Base_url Aroh Chapter 3 अपू के साथ ढाई साल

अपू के साथ ढाई साल Here is the CBSE Base_url Chapter 3 for Class 11 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 11 Base_url अपू के साथ ढाई साल Chapter 3 NCERT Solutions for Class 11 Base_url अपू के साथ ढाई साल Chapter 3 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2025-26. You can save these solutions to your computer or use the Class 11 Base_url.

Question 1
CBSEENHN11011983

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:- 
रासबिहारी एवेन्यू की एक बिल्डिंग में मैंने एक कमरा भाई पर लिया था, वहां पर बच्चे इंटरव्यू के लिए आते थे । बहुत-से लड़के आए, लेकिन अपू की भूमिका के लिए मुझे जिस तरह का लड़का चाहिए था, वैसा एक भी नहीं था । एक दिन एक लड़का आया । उसकी गर्दन पर लगा पाउडर देखकर मुझे शक हुआ । नाम पूछने पर नाजुक आवाज में वह बोला-' टिया '। उसके साथ आए उसके पिताजी से मैंने पूछा,' क्या अभी-अभी इसके बाल कटवाकर यहाँ ले आए हैं?' वे सज्जन पकड़े गए । सच छिपा नहीं सके बोले, 'असल में यह मेरी बेटी है । अपू की भूमिका मिलने की आशा से इसके बाल कटवाकर आपके यहां ले आया हूं ।'
1. बच्चे इंटरव्यू के लिए कहाँ आते थे?
2. लेखक को किसकी तलाश थी?
3. एक सज्जन किस बात पर पकड़े गए?

Solution

1. लेखक (निर्देशक) ने रासबिहारी एवेन्यू की बिल्डिंग में एक कमरा किराए पर ले लिया था । वहीं पर बच्चे इंटरव्यू देने आते थे । वहाँ बहुत से लड़के इस काम के लिए आए।
2. लेखक को एक ऐसा लड़का चाहिए था जो अपू की भूमिका के लिए उपयुक्त हो । यह एक छोटा छह साल का लड़का होना चाहिए, पर काफी प्रयास के बाद उपयुक्त लड़का नहीं मिल पा रहा था ।
3. एक दिन एक सज्जन एक लड़की को लड़का बनाकर ले आए । उसकी गर्दन पर पाउडर लगा हुआ था, जिसे देखकर लेखक को शक हो गया । लड़की तभी लड़के की तरह बाल कटवाकर आई थी । लेखक ने उस सज्जन को पकड़ लिया ।

Question 2
CBSEENHn11011984

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:- 
शूटिंग की शुरूआत में ही एक गडबड हो गई । अपू और दुर्गा को लेकर हम कलकत्ता से सत्तर मील पर पालसिट नाम के एक गांव गए । वहाँ रेल-लाइन के पास काशफूलों से भरा एक मैदान था । अपू और दुर्गा पहली बार रेलगाड़ी देखते हैं-इस सीन की शूटिंग हमें करनी थी । यह सीन बहुत ही बड़ा था । एक दिन में उसकी शुटिंग पूरी होना नामुमकिन था । कम-से-कम दो दिन लग सकते थे । पहले दिन जगद्धात्री पूजा का त्योहार था । दुर्गा के पीछे-पीछे दौड़ते हुए अपू काशफूलों के वन में पहुंचता है । सुबह शूटिंग शुरू करके शाम तक हमने सीन का आधा भाग चित्रित किया । निर्देशक, छायाकार, छोटे अभिनेता-अभिनेत्री हम सभी इस क्षेत्र में नवागत होने के कारण थोड़े बौराए हुए ही थे, बाकी का सीन बाद में चित्रित करने का निर्णय लेकर हम घर पहुंचे । सात दिनों के बाद शूटिंग के लिए उस जगह गए, तो वह जगह हम पहचान ही नहीं पाए! लगा, ये कहां आ गए हैं हम? कहाँ गए वे सारे काशफूल । बीच के सात दिनों में जानवरों ने वे सारे काशफूल खा डाले थे! अब अगर हम उस जगह बाकी आधे सीन की शूटिंग करते, तो पहले आधे सीन के साथ उसका मेल कैसे बैठता? उसमें से 'कंटीन्यूइटी 'नदारद हो जाती!

1. लेखक को किस सीन की शूटिंग करनी थी?
2. पूरा सीन शूट करने में दिक्कत क्या थी?
3. बाद में क्या समस्या सामने आ गई?

Easy
Question 3
CBSEENHN11011985

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:- 
मूल उपन्यास में अपू और दुर्गा के 'भूलो 'नामक पालतू कुत्ते का उल्लेख है । गांव से ही हमने एक कुत्ता प्राप्त किया, और वह भी हमसे ठीक बर्ताव करने लगा । फिल्म में एक दृश्य ऐसा है - अपू की माँ सर्वजया अन् को भात खिला रही है । भूलो कुत्ता दरवाजे के सामने अगिन में बैठकर अपू का भात खाता देख रहा है । अपू के हाथ में छोटे तीर-कमान हैं । खाने में उसका पूरा ध्यान नहीं है । वह माँ की ओर पीठ करके बैठा हुआ है । वह तीर-कमान खेलने के लिए उतावला है ।

1. मूल उपन्यास में किस बात का उल्लेख है? वह कहाँ मिला?
2. फिल्म का दृश्य कैसा था?
3. अपू की क्या दशा है?

Easy
Question 4
CBSEENHN11011986

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:- 
आखिर एक दिन हुआ भी वैसा ही । शरद् ऋतु में भी आसमान में बादल छा गए और धुआँधार बारिश शुरू हुई । उसी बारिश में भीगकर दुर्गा भागती हुई आई और उसने पेड़ के नीचे भाई के पास आसरा लिया । भाई-बहन एक-दूसरे से चिपककर बैठे । दुर्गा कहने लगी-' नेत्-पाता करमचा, हे वृष्टी घरे जा! 'बरसात, ठंड, अपू का बदन खुला, प्लास्टिक के कपड़े से ढके कैमरे को खि लगाकर देखा, तो वह ठंड लगने के कारण सिहर रहा था । शॉट पूरा होने के बाद दूध में थोड़ी ब्रांडी मिलाकर दी और भाई-बहन का शरीर गरम किया । जिन्होंने 'पथेर पांचाली 'फिल्म देखी है, वे जानते ही हैं कि वह शॉट बहुत अच्छा चित्रित हुआ है ।

1. आखिर एक दिन कैसा हुआ?
2. दुर्गा ने क्या अभिनय किया?
3. शॉट पूरा होने के बाद क्या किया गया?

Easy

Sponsor Area