व्यष्टिअर्थशास्त्र एक परिचय Chapter 3 उत्पादन तथा लागत
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    NCERT Solution For Class 12 ������������������ व्यष्टिअर्थशास्त्र एक परिचय

    उत्पादन तथा लागत Here is the CBSE ������������������ Chapter 3 for Class 12 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 12 ������������������ उत्पादन तथा लागत Chapter 3 NCERT Solutions for Class 12 ������������������ उत्पादन तथा लागत Chapter 3 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 12 ������������������.

    Question 1
    CBSEHHIECH12013749

    उत्पादन फलन की संकल्पना को समझाइए।

    Solution

    उत्पादन फलन: एक फर्म का उत्पादन फलन उपयोग में लाए गए आगतों तथा फर्म द्वारा उत्पादित निर्गतों के मध्य का संबंध है।
    उत्पादन फलन को इस प्रकार लिखा जाता हैं:
    (q) = f(L, K)
    यहाँ f = फलन; L = श्रम की भौतिक इकाइयाँ;   K = पूँजी की भौतिक इकाइयाँ
    उत्पादन फलन के दो प्रकार के होते हैं:

    1. अल्पकालीन उत्पादन फलन: जहाँ उत्पादन के कुछ साधन स्थिर होते हैं।
    2. दीर्घकालीन उत्पादन फलन: जहाँ उत्पादन के सभी साधनों की पूर्ति परिवर्तन शील होती हैं।

    Question 2
    CBSEHHIECH12013750

    एक आगत का कुल उत्पाद क्या होता है?

    Solution

    कुल उत्पाद (TP) को एक निश्चित समयावधि में दिए गए आगतों से एक फर्म द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं अथवा सेवाओं की कुल मात्रा के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
    अल्पकाल में, परिवर्तनशील साधनों की मात्रा को बढ़ाकर कुल उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। दीर्घकाल में उत्पादन के सभी साधनों को बढ़ाकर कुल उत्पादन को बढ़ाया जा सकता हैं।
              TP =MP
    एक परिवर्ती कारक की सभी इकाइयों के सीमांत उत्पाद (MP) को जोड़कर हम कुल उत्पाद प्राप्त कर सकते हैं।

    Question 3
    CBSEHHIECH12013751

    एक आगत का औसत उत्पाद क्या होता है?

    Solution

    एक आगत का औसत उत्पाद उस आगत के कुल उत्पादों के परिवर्ती आगत की इकाइयों से विभाजित करने से प्राप्त उत्पाद हैं। इस प्रकार
                    

    Question 4
    CBSEHHIECH12013752

    एक आगत का सीमांत उत्पाद क्या होता है?

    Solution

    एक आगत का सीमांत उत्पाद उस आगत की अतिरिक्त इकाई में परिवर्तन करने से कुल उत्पाद में होने वाला परिवर्तन होता है। इस प्रकार,
            

    Question 5
    CBSEHHIECH12013753

    अल्पकाल तथा दीर्घकाल की संकल्पनाओं को समझाइए।

    Solution

    अल्पकाल समय की वह अवधि हैं जिसमें उत्पादन के कुछ कारक स्थिर होते हैं तथा कुछ परिवर्ती होते हैं। इस अवधि में, एक फर्म केवल परिवर्तनशील साधनों में परिवर्तन कर सकती हैं, न कि स्थिर साधनों में।
    दीर्घकाल वह समयावधि है जिसमें उत्पादन के सभी कारकों को बदला जा सकता हैं, जैसे: मशीनरी, इमारत, संगठन इत्यादि, जिसके फलस्वरूप उत्पादन में परिवर्तन वांछित मात्रा में किया जा सकता हैं।

    Question 6
    CBSEHHIECH12013754

    ह्रासमान सीमांत उत्पाद का नियम क्या है?

    Solution

    हासमान सीमांत उत्पाद के नियम के अनुसार 'यदि हम किसी आगत के प्रयोग में वृद्धि करते हैं, जब अन्य आगत स्थिर हों, तो एक समय के बाद ऐसी स्थिति आयेगी कि प्राप्त होने वाला अतिरिक्त आगत (जैसे-आगत का सीमांत उत्पाद) में गिरावट आने लगेगी।'

    Question 7
    CBSEHHIECH12013755

    परिवर्ती अनुपात का नियम क्या है?

    Solution

    परिवर्ती अनुपात के नियम के अनुसार 'जब स्थिर आगतों के साथ परिवर्ती आगत की मात्रा में वृद्धि की जाती है, तो पहले औसत तथा सीमांत उत्पाद एक सीमा तक बढ़ते हैं तथा उसके पश्चात घटने लगते हैं।'

    Question 8
    CBSEHHIECH12013756

    एक उत्पादन फलन स्थिर पैमाना का प्रतिफल को कब संतुष्ट करता है?

    Solution

    एक उत्पादन फलन स्थिर पैमाने के प्रतिफल को उस समय संतुष्ट करता है, जब सभी आगतों की इकाइयों में निश्चित अनुपात में वृद्धि करने से कुल उत्पादन में भी उसी अनुपात में वृद्धि हो जाती है।
    उदहारण: यदि आगतों को 100 प्रतिशत से बढ़ाया जाता हैं, तो उत्पादन भी 100 प्रतिशत से बढ़ता है ।

    Question 9
    CBSEHHIECH12013757

    एक उत्पादन फलन वर्धमान पैमाना का प्रतिफल को कब संतुष्ट करता है?

    Solution

    एक उत्पादन फलन वर्धमान पैमाने के प्रतिफल को उस समय संतुष्ट करता है, जब कुल उत्पाद में उस अनुपात से अधिक वृद्धि होती है जिस अनुपात में आगतों को बढ़ाया जाता है।
    उदहारण: यदि आगतों को 100 प्रतिशत से बढ़ाया जाता हैं, तो उत्पादन 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ता है।

    Question 10
    CBSEHHIECH12013758

    एक उत्पादन फलन ह्रासमान पैमाना का प्रतिफल को कब संतुष्ट करता है

    Solution

    एक उत्पादन फलन ह्रासमान पैमाने के प्रतिफल को उस समय संतुष्ट करता है, जब कुल उत्पाद में उस अनुपात से कम वृद्धि होती है जिस अनुपात में आगतों को बढ़ाया जाता है।
    उदहारण: यदि आगतों को 100 प्रतिशत से बढ़ाया जाता हैं, तो उत्पादन 100 प्रतिशत से कम बढ़ता है।

    Question 11
    CBSEHHIECH12013759

    लागत फलन की संकल्पनाओं को संक्षिप्त में समझाइए।

    Solution

    लागत फलन निर्गत तथा उत्पादन की लागत में फलनात्मक संबंध को दर्शाता है। यह उत्पादन के विभिन्न स्तरों के लिए आगमों के न्यूनतम लागत संयोगों को दर्शाता है। लागत फलन इस प्रकार है:
       C = F(Q)    [अन्य बातें समान रहने पर ]
    जहाँ,          C =  लागत
                    Q = उत्पादन

    Question 12
    CBSEHHIECH12013760

    क्या दीर्घकाल में कुछ स्थिर लागत हो सकती है? यदि नहीं तो क्यों?

    Solution

    दीर्घकाल में कोई भी लागत स्थिर नहीं हो सकती, क्योंकि दीर्घकाल वह अवधि है जिसमें सभी आगतें परिवर्ती हो जाती है।

    Question 13
    CBSEHHIECH12013761

    औसत लागत वक्र कैसा दिखता है? यह ऐसा क्यों दिखता है?

    Solution

    औसत स्थिर लागत वक्र एक आयताकार अतिपरवलय(Rectangular Hyperbola) होता है। यह ऐसा परिवर्ती अनुपातों के नियम के कारण दिखाई देता हैं जब परिवर्ती अनुपातों के नियम के अनुसार प्रथम चरण में औसत उत्पाद बढ़ता हैं, तो औसत लागत कम होती है तथा विपरीत।
    औसत स्थिर लागत वक्र सलंग्न को रेखाचित्र द्वारा दर्शाया गया है: 

    Question 14
    CBSEHHIECH12013762

    अल्पकालीन सीमांत लागत, औसत परिवर्ती लागत तथा अल्पकालीन औसत लागत वक्र कैसे दिखाई देते हैं?

    Solution

    अल्पकालीन सीमांत लागत, औसत परिवर्ती लागत तथा अल्पकालीन औसत लागत वक्र - ये सभी आकर के होते हैं।उनके इस आकर का कारण परिवर्ती अनुपातों का नियम हैं।
    इन लागत वक्रों को सलंग्न रेखाचित्र के माध्यम से दर्शाया गया हैं:

    X1 = सीमांत लागत वक्र के न्यूनतम बिंदु पर उत्पाद।
    X2 = औसत परिवर्ती लागत वक्र के न्यूनतम बिंदु पर उत्पाद।
    X3 = अल्पकालीन औसत लागत वक्र के न्यूनतम बिंदु पर उत्पाद।

    Question 15
    CBSEHHIECH12013763

    क्यों अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र औसत परिवर्ती लागत वक्र को काटता है, औसत परिवर्ती लागत वक्र के न्यूनतम बिंदु पर?

    Solution

    अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र औसत परिवर्ती लागत वक्र को काटता है, औसत परिवर्ती लागत वक्र के न्यूनतम बिंदु पर क्योंकि:

    1. जब तक औसत परिवर्ती लागत घटती है तो अल्पकालीन सीमांत लागत औसत परिवर्ती लागत से कम होती हैं।
    2. जब औसत परिवर्ती लागत बढ़ती हैं तो अल्पकालीन सीमांत लागत औसत परिवर्ती लागत से अधिक होती है।
    3. अत: औसत परिवर्ती लागत और अल्पकालीन सीमांत लागत तभी बराबर हो सकते हैं, जब औसत परिवर्ती लागत स्थिर हो जो उसके न्यूनतम बिंदु पर होता है।

    इसे हम संलग्न रेखाचित्र द्वारा दर्शा सकते हैं:

    Question 16
    CBSEHHIECH12013764

    अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र 'U' आकार का क्यों होता है?

    Solution

    अल्पकालीन सीमांत लागत (MC) वक्र 'U' आकार का इसलिए होता है क्योंकि अल्पकाल में परिवर्ती अनुपातों का नियम लागू होता है।
    यह दर्शाता है कि प्रारम्भिक अवस्था में सीमांत लागत गिरती है और बाद में उठती है। इसे हम संलग्न रेखाचित्र द्वारा दिखा सकते हैं।

    Question 17
    CBSEHHIECH12013765

    दीर्घकालीन सीमांत लागत तथा औसत लागत वक्र कैसे दिखते हैं?

    Solution

    दीर्घकालीन सीमांत लागत तथा औसत लागत वक्र 'U' आकार के दिखाई देते हैं। दीर्घकाल में एक फर्म के सीमांत लागत वक्र और औसत लागत वक्र पैमाने के प्रतिफल पर निर्भर करते हैं। पैमाने के प्रतिफल की तीन अवस्थाएँ होती हैं:-वर्धमान प्रतिफल. स्थिर प्रतिफल, ह्रासमान प्रतिफल।   
    इससे हम संलग्न रेखाचित्र द्वारा दर्शा सकते हैं:

    Wired Faculty

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    Question 18
    CBSEHHIECH12013766
    Question 19
    CBSEHHIECH12013767

    नीचे दी हुई तालिका, श्रम का औसत उत्पाद अनुसूची बताती है। कुल उत्पाद तथा सीमांत उत्पाद अनुसूची निकालिए, जबकि श्रम प्रयोगता के शून्य स्तर पर यह दिया गया है कि कुल उत्पाद शून्य है।

    L औसत उत्पादL
    1 2
    2 3
    3 4
    4 4.25
    5 4
    6 3.5

    Solution

    सूत्रों का प्रयोग:
    (i) कुल उत्पाद = औसत उत्पाद x श्रम की इकाइयाँ  
    (ii)

     

    कुल उत्पाद तथा समान्त उत्पाद अनुसूची
    श्रम की इकाइयाँ (L) औसत उत्पाद कुल उत्पाद सीमांत उत्पाद
    0 0 0 0
    1 2 2 2
    2 3 6 4
    3 4 12 6
    4 4.25 17 5
    5 4 20 3
    6 3.5 21 1
    Question 20
    CBSEHHIECH12013768

    निम्नलिखित तालिका श्रम का सीमांत उत्पाद अनुसूची देती है। यह भी दिया गया है कि श्रम का कुल उत्पाद शून्य है। प्रयोग के शून्य स्तर पर श्रम के कुल उत्पाद तथा औसत उत्पाद की गणना कीजिए।

    L सीमांतL
    1 3
    2 5
    3 7
    4 5
    5 3
    6 1

     

    Solution

    सूत्रों का प्रयोग:

    (i) कुल उत्पाद = सीमांत उत्पाद (1) + सीमांत उत्पाद (2) +.......सीमांत उत्पाद (3).....+ सीमांत उत्पाद (n)
    (ii)

    कुल उत्पाद तथा औसत उप्ताद अनुसूची
    श्रम की इकाइयाँ (L)  सीमांत उत्पाद कुल उत्पाद औसत उत्पाद
    0 0 0 0
    1 3 3 3
    2 5 8 4
    3 7 15 5
    4 5 20 5
    5 3 23 4.6
    6 1 24 4
    Question 21
    CBSEHHIECH12013769

    नीचे दी गई तालिका एक फर्म की कुल लागत अनुसूची दर्शाती है। इस फर्म का कुल स्थिर लागत क्या है। फर्म के कुल परिवर्ती लागत, कुल स्थिर लागत, औसत परिवर्ती लागत, अल्पकालीन औसत लागत तथा अल्पकालीन सीमांत लागत अनुसूची की गणना कीजिए।

    Q कुल लागत
    0 10
    1 30
    2 45
    3 55
    4 70
    5 90
    6 120

     

    Solution

    सूत्रों का प्रयोग:
    (i)  कुल स्थिर लागत = शून्य उत्पादन पर कुल लागत 
    (ii) कुल परिवर्ती लागत = कुल लागत - कुल स्थिर लागत  
    (iii) 

    (iv) 

    (v) 
    अल्पकालीन औसत लागत = औसत स्थिर लागत + औसत परिवर्ती लागत
    (vi)

    लागत अनुसूची
    उत्पादन (इकाइयों में)
    Q
    कुछ लागत (रुपयों में) (TC) कुल स्थिर लागत (रुपयों में)(TFC) कुल परिवर्ती लागत (रुपयों में) (TVC) औसत स्थिर लागत (रुपयों में) (AFC) औसत परिवर्ती लागत (रुपयों में)(AVC)
    अल्पकालीन औसत लागत (रुपयों में)
    (APC)
    अल्पकालीन सीमांत लागत (रुपयों में)
    (MC)
    0 10 10 - - - - -
    1 30 10 20 10 20 30 20
    2 45 10 35 5 17.5 22.5 15
    3 55 10 45 3.33 15 18.33 10
    4 70 10 60 2.5 15 17.5 15
    5 90 10 80 2 16 18 20
    6 120 10 110 1.67 18.33 20 30
    Question 22
    CBSEHHIECH12013770

    निम्नलिखित तालिका एक फर्म के लिए कुल लागत अनुसूची देती है। यह भी दिया गया है कि औसत स्थिर लागत निर्गत की 4 इकाइयों पर 5 रुपए है। कुल परिवर्ती लागत, कुल स्थिर लागत, औसत परिवर्ती लागत, औसत स्थिर लागत, अल्पकालीन औसत लागत, अल्पकालीन सीमांत लागत अनुसूची फर्म के निर्गत के तद्नु-रूप मूल्यों के लिए निकालिए।

    Q कुल लागत
    1 50
    2 65
    3 75
    4 95
    5 130
    6 185

     

    Solution

    सूत्रों का प्रयोग:
    (i)   कुल स्थिर लागत = शून्य उत्पादन पर कुल लागत 
    (ii)  कुल परिवर्ती लागत = कुल लागत - कुल स्थिर लागत 
    (iii) 

    (iv)

    (v) अल्पकालीन औसत लागत = औसत स्थिर लागत + औसत परिवर्ती लागत 
    or
         
    (vi) 

    लागत अनुसूची
    उत्पादन की मात्रा(Q) कुल लागत (रुपयों में) (TC) कुल स्थिर लागत (रुपयों में)(TFC) कुल परिवर्ती लागत (रुपयों में)(TVC) औसत स्थिर लागत (रुपयों में)(AFC) औसत परिवर्ती लागत (रुपयों में)(AVC) अल्पकालीन औसत लागत (रुपयों में)(ATC) अल्पकालीन सीमांत लागत (रुपयों में)(MC)
    0 20 20 - - - - -
    1 50 20 30 20 30 50 30
    2 65 20 45 10 22.5 32.5 15
    3 75 20 55 6.67 18.33 25 10
    4 95 20 75 5 18.75 23.75 20
    5 130 20 110 4 22 26 35
    6 185 20 165 3.33 27.5 30.83 55
    Question 23
    CBSEHHIECH12013771

    एक फर्म का अल्पकालीन सीमांत लागत अनुसूची निम्नलिखित तालिका में दिया गया है। फर्म की कुल स्थिर लागत 100 रुपए है। फर्म के कुल परिवर्ती लागत, कुल लागत, औसत परिवर्ती लागत तथा अल्पकालीन औसत लागत अनुसूची निकालिए।

    Q अल्पकालीन सीमांत लागत
    0 -
    1 500
    2 300
    3 200
    4 300
    5 500
    6 800
       

     

    Solution

    सूत्रों का प्रयोग:
    (i) कुल परिवर्ती लागत = अल्पकालीन सीमांत लागत (1) + अल्पकालीन सीमांत लागत (2)+.....+अल्पकालीन सीमांत लागत (3)
    (ii) कुल लागत = कुल परिवर्ती लागत + कुल स्थिर लागत  
    (iii)   
    (iv)

    लागत अनुसूची
    उत्पादन की मात्रा (Q)अल्पकालीन सीमांत लागत (रूपए में) (MC)कुल परिवर्ती लागत (रुपयों में)   (TVC)कुल स्थिर लागत (रुपयों में)(TFC)कुल लागत (रुपयों में) (TC)
    औसत परिवर्ती लागत (रुपयों में)(AVC)अल्पकालीन औसत लागत (रुपयों में)
    (ATC)
    0--100100--
    1500500100600500600
    2300800100900400450
    32001,0001001,100333.33366
    43001,3001001,400333.33350
    55001,8001001,900360380
    68002,6001002,700433.33450

    Question 24
    CBSEHHIECH12013772

    मान लीजिए, एक फर्म का उत्पादन फलन है, 
    q = 2L2K2
    अधिकतम संभावित निर्गत ज्ञात कीजिए, जिसका फर्म उत्पादन कर सकती है, 5 इकाइयाँ L तथा 2 इकाइयाँ K द्वारा।  अधिकतम संभावित निर्गत क्या है, जिसका फर्म उत्पादन कर सकती है शून्य इकाई L तथा 10 इकाई k द्वारा? 

    Solution

    उत्पादन फलन - 
               q = 2L2K2
    यहाँ,      L = 5
               K = 2
    इस प्रकार, 
              q = 2 x 52 x 22
                 = 2 x 5 x 5 x 2 x 2
          अधिकतम संभावित निर्गत = 200
    यदि,          L = 0
                   K = 10
    इस प्रकार,   q = 2L2K2
                      = 2 x 02 x 102
                      = 2 x 0 x 0 x 10 x 10
                      = 0
    अधिकतम संभावित निर्गत = 0 (शून्य)

    Question 25
    CBSEHHIECH12013773

    एक फर्म के लिए शून्य इकाई L तथा 10 इकाइयाँ K द्वारा अधिकतम संभावित निर्गत निकालिए, जब इसका उत्पादन फलन है:
    Q = 5L + 2K 

    Solution

    उत्पादन फलन
                q = 5 L + 2 K
    यहाँ,       L = 0
                K = 10
                q = 5(0) + 2(10)
                   = 0 + 20 = 20 इकाइयाँ 

    Question 26
    CBSEHHIECH12013774

    मान लीजिए, एक फर्म का उत्पादन फलन है, q = 5L12K12

    निकालिए, अधिकतम संभावित निर्गत जिसका उत्पादन फर्म कर सकती है 100 इकाइयाँ L तथा इकाइयाँ k द्वारा।

    Solution

    उत्पादन फलन:
            q = 5L12K12
    यहाँ,
          L = 100
          K = 100
    इस प्रकार,
          q = 5 × 10012 × 10012q = 5 × 10 × 10q = 500
    ∴  अधिकतम संभावित निर्गत = 500

    Question 27
    CBSEHHIECH12013775

    किस बिन्दु पर अल्पकालीन सीमान्त लागत वक्र अल्पकालीन औसत लागत वक्र को काटता है। अपने उत्तर के समर्थन में कारण बताइए।

    Solution

    अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र अल्पकालीन औसत लागत वक्र को अल्पकालीन औसत लागत के न्यूनतम बिंदु पर काटता है क्योंकि जब दोनों अल्पकालीन औसत लागत वक्र तथा अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र दोनों नीचे गिरते है तब अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र अल्पकालीन औसत लागत वक्र की तुलना में तेज़ी से गिरता है। ऊपर उठते हुए अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र, अल्पकालीन औसत लागत वक्र को उसके न्यूनतम बिंदु पर काटता है। जैसे- जैसे उत्पादन बढ़ जाता है, दोनों ही वक्र ऊपर उठते है परन्तु अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र तेज़ी से ऊपर उठता है।
    इसे हम संलग्न रेखाचित्र द्वारा स्पष्ट कर सकते हैं:

    Question 28
    CBSEHHIECH12013776

    एक फर्म की औसत स्थिर लागत, औसत परिवर्ती लागत तथा औसत लागत क्या है, वे किस प्रकार संबंधित हैं?

    Solution

    औसत स्थिर लागत (AFC):  -यह प्रति इकाई उत्पादन की स्थिर लागत है। कुल स्थिर लागत को उत्पादन की मात्रा से भाग से भाग देने पर औसत स्थिर लागत प्राप्त होती है। अर्थात्
                Wired Faculty
    औसत स्थिर लागत उत्पादन का स्तर बढ़ने से घटती है।
    औसत परिवर्ती लागत (AVC): यह प्रति इकाई उत्पादन की परिवर्तनशील लागत है। कुल परिवर्तनशील लागत को उत्पादन की मात्रा से भाग करके ज्ञात किया जा सकता है। अर्थात्
    Wired Faculty
    औसत परिवर्तनशील लागत शुरू में घटती हैं। परंतु एक न्यूनतम बिन्दु पर पहुँचकर बढ़ना आरंभ कर देती है। औसत परिवर्तनशील लागत वक्र 'U' आकार का होता है।

    औसत लागत (AC): यह प्रति इकाई उत्पादन की लागत है। कुल लागत को उत्पादन की मात्रा से भाग देने पर पर औसत लागत प्राप्त होती है। अर्थात्
                           Wired Faculty

    औसत स्थिर लागत(AFC), औसत परिवर्ती लागत(AVC) तथा औसत लागत (AC) के बीच संबंध :

    औसत लागत (AC), औसत स्थिर लागत(AFC) तथा औसत परिवर्ती लागत (AVC) का योग हैं। अर्थात् 
    औसत लागत (AC) = औसत स्थिर लागत(AFC) + औसत परिवर्ती लागत (AVC)
    अत: इनका यह योग इनके बीच गहरे संबंध को दर्शाता है। 
    इन तीनो वक्र को हम संलग्न रेखाचित्र द्वारा दिखा दिखा सकते है:
    Wired Faculty   
            
                       

    Question 29
    CBSEHHIECH12013777

    एक फर्म का कुल स्थिर लागत, कुल परिवर्ती लागत तथा कुल लागत क्या है, वे किस प्रकार संबंधित है?

    Solution

    कुल लागत (TC): इससे हमारा अभिप्राय उन सभी लागतों से हैं जिसका सम्बन्ध एक वस्तु के उत्पादन से है। यह किसी वस्तु के उत्पादन पर किए गए कुल व्यय का योग है।
    कुल स्थिर लागत (TFC): इससे हमारा अभिप्राय उन लागतों से हैं जो विभिन्न उत्पादन स्तरों पर एक-समान रहती हैं।
    कुल परिवर्ती लागत (TVC): इससे हमारा अभिप्राय उन लागतों से हैं जो उत्पादन में परिवर्तन के साथ-साथ परिवर्तित होती हैं।

    कुल लागत (TC), कुल स्थिर लागत (TFC), कुल परिवर्ती लागत (TVC) के बीच संबंध: 

    कुल लागत को दो भागों में बाँटा जाता हैं : कुल स्थिर लागत तथा कुल परिवर्तनशील लागत।
    कुल लागत (TC), कुल स्थिर लागत (TFC) तथा कुल परिवर्ती लागत (TVC) का योग है। अर्थात्
     
    कुल लागत (TC) = कुल परिवर्तनशील लागत (TFC) + कुल परिवर्ती लागत (TVC)
    कुल लागत (TC), कुल स्थिर लागत (TFC), कुल परिवर्ती लागत (TVC) वक्र को संलग्न चित्र द्वारा भी दर्शा सकते है;

    परिवर्ती अनुपातों के नियम के कारण कुल परिवर्ती लागत वक्र(TVC) उलटे 'S' आकार का होता है जो मूल बिंदु से आरम्भ होता है। इसी प्रकार कुल लागत वक्र (TC) भी उलटे 'S' आकार का होता है जो स्थिर लागत के स्तर से आरम्भ होता है। कुल स्थिर लागत (TFC) ऊपरी लागत हैं, जो उत्पादन के प्रत्येक स्तर पर स्थिर रहती है। इसलिए कुल स्थिर लागत वक्र 'X' अक्ष के समानांतर एक आड़ी रेखा है।

    Question 30
    CBSEHHIECH12013778

    एक आगत के सीमांत उत्पाद तथा कुल उत्पाद के बीच संबंध समझाइए।

    Solution

    परिवर्ती अनुपातों के नियम के अनुसार सीमांत उत्पाद (MP) और कुल उत्पाद (TP) में गहरा संबंध है तथा सीमांत उत्पाद के कारण कुल उत्पाद में परिवर्तन होता है। सीमांत उत्पाद और कुल उत्पाद निम्नलिखित अवस्थाओं से गुज़रता है:

    1. प्रथम अवस्था में, जब कुल उत्पाद (TP) बढ़ती दर से बढ़ता है तो सीमांत उत्पाद (MP) बढ़ता है।
    2. दूसरी अवस्था में, जब कुल उत्पाद(TP) घटती दर से बढ़ता है तो सीमांत उत्पाद (MP) घटता है।
    3. तीसरी अवस्था में, जब कुल उत्पाद (TP) अधिकतम होता है तो सीमांत उत्पाद(MP) शून्य होता हैं।
    4. चौथी अवस्था में, जब कुल उत्पाद (TP) घटने लगता है तो सीमांत उत्पाद (MP) ऋणात्मक होता हैं।

    इस सम्बन्ध को निम्नलिखित तालिका द्वारा भी समझा जा सकता है:

    श्रमिकों की संख्या कुल उत्पाद (TP) सीमांत उत्पाद (MP) अवस्था
    1 100 100 प्रथम अवस्था
    2 220 120 प्रथम अवस्था
    3 350 130 प्रथम अवस्था
    4 450 100 दूसरी अवस्था
    5 510 60 दूसरी अवस्था
    6 525 20 दूसरी अवस्था
    7 530 00 तीसरी अवस्था
    8 520 -10 तीसरी अवस्था

     

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