भारत लोग और अर्थव्यवस्था Chapter 4 मानव बस्तियाँ
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    NCERT Solution For Class 12 ������������������ भारत लोग और अर्थव्यवस्था

    मानव बस्तियाँ Here is the CBSE ������������������ Chapter 4 for Class 12 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 12 ������������������ मानव बस्तियाँ Chapter 4 NCERT Solutions for Class 12 ������������������ मानव बस्तियाँ Chapter 4 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 12 ������������������.

    Question 5
    CBSEHHIGEH12025428

    निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें:

    गैरिसन नगर क्या होते हैं? उनका क्या प्रकार्य होता है?

    Solution

    ब्रिटिश-काल में अंग्रेजी शासकों ने कई छावनियाँ बनाई जिन्हे 'गैरिसन नगर' कहते हैं। अंबाला, जालंधर, महू, बबीना, उधमपुर इत्यादि इसके उदहारण हैं।

    Question 6
    CBSEHHIGEH12025429

    निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें:

    किसी नगरीय संकुल की पहचान किस प्रकार की जा सकती है?

    Solution

    नगरीय संकुल का निम्नलिखित तीन में से कोई एक संयोजन हो सकता हैं:

    1. नगर तथा इसका संलग्न विस्तार।
    2. विस्तार सहित अथवा बिना विस्तार के दो या दो से अधिक सटे हुए नगर।
    3. एक नगर और उससे सटे हुए एक या एक से अधिक नगरों और उनके क्रमिक विस्तार।

    Question 7
    CBSEHHIGEH12025430

    निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें:

    मरुस्थली प्रदेशों में गाँवों के अवस्थिति के कौन-से मुख्य कारक होते हैं।

    Solution

    गावों की अवस्थिति में अनेक भौतिक कारकों का प्रभाव देखा जा सकता है। जैसे: जलवायु, धरातल, जल की सुविधा, मिट्टी इत्यादि। परन्तु मरुस्थली प्रदेशों में गाँवों की अवस्थिति में 'जल' का सबसे अधिक महत्व हैं। मरुस्थली प्रदेशों में जहाँ पानी मिलता हैं, वह बस्तियाँ तेज़ी से बसने लगती हैं। सुरक्षा कारक भी गावों की अवस्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।

    Question 8
    CBSEHHIGEH12025431

    महानगर क्या होते हैं? ये नगरीय संकुलों से किस प्रकार भिन्न होते हैं?

    Solution

    जिन महानगरों की जनसंख्या 10 से 50 लाख तक होती हैं, उन्हें महानगर कहा जाता हैं। अधिकतर बहुसंख्यक महानगर और मेगा नगर (50 लाख सेअधिक जनसंख्या) नगरीय संकुल हैं। एक नगरीय संकुल में निम्नलिखित तीन संयोजकों में से किसी एक का समावेश होता है:

    1. नगर तथा इसका संलग्न विस्तार।
    2. विस्तार सहित अथवा बिना विस्तार के दो या दो से अधिक सटे हुए नगर।
    3. एक नगर और उससे सटे हुए एक या एक से अधिक नगरों और उनके क्रमिक विस्तार।

    Question 9
    CBSEHHIGEH12025432

    निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें:

    विभिन्न प्रकार की ग्रामीण बस्तियों के लक्षणों की विवेचना कीजिए। विभिन्न भौतिक पर्यावरणों में बस्तियों के प्रारूपों के लिए उत्तरदायी कारक कौन-से हैं?

    Solution

    ग्रामीण बस्तियों के विभिन्न प्रकारों से उसके लक्ष्ण का बोध होता है, इसको मुख्यत: चार प्रकारों में रखा जा सकता है:

    1. गुच्छित, संकुलित अथवा आकेंद्रित
    2. अर्ध-गुच्छित अथवा विखंडित
    3. पल्लीकृत और
    4. परिक्षिप्त अथवा एकाकी
    1. गुच्छित, संकुलित अथवा आकेंद्रित: गुच्छित ग्रामीण बस्ती घरों का एक संहत अथवा संकुलित रूप से निर्मित क्षेत्र होता है। इस प्रकार के गाँव में रहन-सहन का सामान्य क्षेत्र स्पष्ट और चारों ओर फैले खेतों, खलिहानों और चरागाहों से पृथक होता है।
    2. अर्ध-गुच्छित अथवा विखंडित:अधिकतर ऐसा प्रारूप किसी बड़े संहत गाँव के संपृथकन अथवा विखंडन के परिणामस्वरूप भी उत्पन्न हो सकता है।
    3. पल्लीकृत: कई बार बस्ती भौतिक रूप से एक-दूसरे से पृथक अनेक इकाइयों में बँट जाती है किंतु उन सबका नाम एक रहता है। इन इकाइयों को देश के विभिन्न भागों में स्थानीय स्तर पर पान्ना, पाड़ा, पाली, नगला, ढाँणी इत्यादि कहा जाता है।
    4. परिक्षिप्त अथवा एकाकी: इस प्रकार की बस्ती में छोटे-छोटे हैमलेट एक बड़े क्षेत्र पर दूर-दूर बिखरे होते हैं। इसका कोई अभिन्यास नहीं होता, क्योंकि इन बस्तियों में केवल कुछ ही घर होते हैं। सामान्यत: ये बस्तियाँ सुदूर वनों में एकाकी झोंपड़ी या कुछ झोंपड़ियों के समूह के रूप में पाई जाती हैं। ऐसी बस्तियाँ छोटी पहाड़ियों पर भी होती हैं, जिनके आस-पास के ढालों पर खेत या चरागाह होते हैं।

    बस्तियों के प्रारूपों को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारक निम्नलिखित हैं:

    1. भौतिक लक्षण: भू-भाग की प्रकृति, ऊँचाई, जलवायु और जल की उपलब्धता।
    2. सांस्कृतिक और मानवजातीय कारक: सामाजिक संरचना, जाति और धर्म।
    3. सुरक्षा संबंधी कारक: चोरियों और डकैतियों से सुरक्षा करते हैं।

    Question 10
    CBSEHHIGEH12025433

    निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें:

    क्या एक प्रकार्य वाले नगर की कल्पना की जा सकती है? नगर बहुप्रकार्यात्मक क्यों हो जाते हैं?

    Solution

    एक प्रकार्य वाले नगर की कल्पना नहीं की जा सकती क्योंकि कोई भी नगर एक प्रकार्य पर आश्रित नहीं रह सकता। सभी नगर बहु-प्रकार्य होते हैं अर्थात् प्रत्येक नगर एक से अधिक प्रकार्य करता है। कुछ नगर अपने एक महत्वपूर्ण कार्य के लिए अवश्य जाने जाते हैं। अत: उसके प्रधान व्यवसाय के आधार पर ही नगर का वर्गीकरण किया जा सकता हैं। जैसे कुरुक्षेत्र एक धार्मिक नगर है और फरीदाबाद एक शैक्षणिक नगर है, लेकिन यह वर्गीकरण एक सामान्य अवलोकन है। वैज्ञानिक विषलेषण पर आधारित तथ्य-परक अवलोकन नहीं है।

    अपनी केंद्रीय अथवा नोडीय स्थान की भूमिका के अतिरिक्त अनेक शहर और नगर विशेषीकृत सेवाओं का निष्पादन करते हैं। कुछ शहरों और नगरों को कुछ निश्चित प्रकार्यों में विशिष्टता प्राप्त होती हैं और उन्हें कुछ विशिष्ट क्रियाओं, उत्पादनों अथवा सेवाओं के लिए जाना जाता है। फिर भी प्रत्येक शहर अनेक प्रकार्य करता है। उनके प्रमुख अथवा विशेषीकृत प्रकार्यों के आधार पर उसका वर्गीकरण किया जाता है; उच्चतर कम के प्रशासनिक मुख्यालयों वाले शहरों को प्रशासन नगर कहते हैं, जैसे कि चंडीगढ़, नई दिल्ली, भोपाल, शिलांग, गुवाहाटी, इंफाल, श्रीनगर, गांधी नगर, जयुपर, चेन्नई इत्यादि। मुंबई सेलम, कोयंबटूर, मोदीनगर, जमशेदपुर, हुगली, भिलाई इत्यादि औद्योगिक नगरों के रूप में प्रसिद्ध है। मसूरी, शिमला, पचमढ़ी, जोधपुर, जैसलमेर, उडगमंडलम (ऊटी), माउंट आबू , पर्यटन नगरों के रूप में प्रसिद्ध है।

    विशेषीकृत नगर भी महानगर बनने पर बहुप्रकार्यात्मक बन जाते हैं जिनमें उद्योग व्यवसाय, प्रशासन, परिवहन इत्यादि महत्त्वपूर्ण हो जाते हैं। ये प्रकार्य इतने अंतर्ग्रथित हो जाते हैं कि नगर को किसी विशेष प्रकार्य वर्ग मेंवर्गीकृत नहींकिया जा सकता।

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