महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आंदोलन
किसान महात्मा गाँधी को किस तरह देखते थे?
किसान महात्मा गाँधी का अत्यधिक व्यक्तित्व सम्मान करते थे। 'गाँधी बाबा', 'गाँधी महाराज ' अथवा सामान्य 'महात्मा' जैसे अलग-अलग नामों से ज्ञात गाँधी जी भारतीय किसान के लिए एक उद्वारक के समान थे जो उनकी ऊँची करों और दमनात्मक अधिकारियों से सुरक्षा करने वाले और उनके जीवन में मान-मर्यादा और स्वायत्तता वापस लाने वाले थे। भारत कि गरीब जनता विशेष तौर पर किसान गाँधी जी कि सात्विक जीवन-शैली ओर उनके द्वारा अपनाई गई धोती तथा चरखा जैसी चीज़ों से अत्यधिक प्रभावित थे।
जाति से महात्मा गाँधी एक व्यापारी व पेशे से वकील थे, लेकिन उनकी सादी जीवन-शैली तथा हाथों से काम करने के प्रति उनके लगाव की वजह से वे गरीब श्रमिकों के प्रति बहुत अधिक समानुभूति रखते थे तथा बदले में वे लोग गाँधी जी से समानुभूति रखते थे। इतना ही नहीं, गरीब किसान उनकी 'महात्मा' के समान पूजा भी करते थे।
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