जूझ
वसंत पाटील नामक लड़के ने आनंदा को किस प्रकार प्रभावित किया?
वसंत पाटील नामक लड़का शरीर से दुबला-पतला, किंतु बड़ा होशियार था। उसके सवाल हमेशा सही निकलते थे। वह शांत स्वभाव का था। वह हमेशा पढ़ने में लगा रहता था। मास्टर ने उसे मॉनीटर बना दिया था। कक्षा में उसका सम्मान था। आनंदा उसकी प्रतिभा तथा शांत स्वभाव को देखकर बहुत प्रभावित हुआ। वह भी वसंत पाटील की तरह पढ़ाई का काम करने लगा। उसने अपनी किताबों पर अखबारी कागज के कवर चढ़ाए और बस्ते को व्यवस्थित रखा। धीरे-धीरे वह गणित विषय में होशियार हो गया। मन में एकाग्रता के कारण गणित झटपट समझ में आने लगा और सवाल सही होने लगे। वह भी वसंत पाटील की तरह अन्य लड़कों के सवाल जाँचने लगा। उसकी वसंत पाटील से दोस्ती जम गई।
Sponsor Area
लेखक की माँ का उसके पिता के बारे में क्या सोचना था? उसकी माँ ने उसका साथ किस प्रकार दिया?
दत्ता जी राव के पास जाने के बाद लेखक की माँ ने उन्हें किस बात का विश्वास दिलाया?
लेखक ने दत्ताजी राव को किस बात का विश्वास दिलाया?
दत्ता जी राव के सामने लेखक के पिता ने उसकी पढ़ाई रोक देने के क्या कारण बताये हैं?
पड़ाने के लिए लेखक के पिता ने क्या-क्या शर्त रखी?
अथवा
दादा ने मन मारकर अपने बच्चे को स्कूल भेजने की बात मान तो ली, पर खेती-बड़ी के बारे में उससे क्या-क्या वचन लिए? ‘जूझ’ के आधार पर उत्तर दीजिए।
लेखक को मास्टर की छड़ी की मार अच्छी क्यों लगती है?
दुबारा पाठशाला जाने के बाद लेखक का पहले दिन का अनुभव कैसा रहा?
बसंत पाटील को लेखक ने अपना दोस्त बनाने की कोशिश क्यों की?
लेखक बचपन में कविताएँ किस तरह लिखता है?
सौंदलगेकर कौन थे तथा उनकी क्या विशेषता थी?
Sponsor Area
Sponsor Area