जूझ
लेखक के पिता जल्दी ईख पेरना क्यों चाहते हैं? लेखक का विचार इस संबंध में क्या है?
लेखक के पिता की समझ थी कि अगर ईख पेरना के लिए जल्दी शुरू कर दिया जाय तो ईख की अच्छी खासी कीमत मिल जाती है। लेखक भी उनकी इस सोच को सही बताता है। सभी के कोख चलाने पर बाजार में गुड की अधिकता हो जाती है। गुड का भाव गिर जाता है। गुड की किस्में भी अधिक हो जाती हैं। लेखक के पिता का गुड उम्दा किस्म का नहीं होता। इसलिए पहले ईख पेरवा सही निर्णय है।
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लेखक के पिता जल्दी ईख पेरना क्यों चाहते हैं? लेखक का विचार इस संबंध में क्या है?
लेखक की माँ का उसके पिता के बारे में क्या सोचना था? उसकी माँ ने उसका साथ किस प्रकार दिया?
दत्ता जी राव के पास जाने के बाद लेखक की माँ ने उन्हें किस बात का विश्वास दिलाया?
लेखक ने दत्ताजी राव को किस बात का विश्वास दिलाया?
दत्ता जी राव के सामने लेखक के पिता ने उसकी पढ़ाई रोक देने के क्या कारण बताये हैं?
पड़ाने के लिए लेखक के पिता ने क्या-क्या शर्त रखी?
अथवा
दादा ने मन मारकर अपने बच्चे को स्कूल भेजने की बात मान तो ली, पर खेती-बड़ी के बारे में उससे क्या-क्या वचन लिए? ‘जूझ’ के आधार पर उत्तर दीजिए।
लेखक को मास्टर की छड़ी की मार अच्छी क्यों लगती है?
दुबारा पाठशाला जाने के बाद लेखक का पहले दिन का अनुभव कैसा रहा?
बसंत पाटील को लेखक ने अपना दोस्त बनाने की कोशिश क्यों की?
लेखक बचपन में कविताएँ किस तरह लिखता है?
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