मेरा छोटा- सा निजी पुस्तकालय - धर्मवीर भारती

Question

स्कूल से इनाम में मिली अंग्रेज़ी की दोनों पुस्तकों ने किस प्रकार लेखक के लिए नयी दुनिया के द्वार खोल दिए?

Answer

स्कूल से इनाम में मिली अंग्रेजी की दोनों पुस्तकों ने लेखक के लिए नई दुनिया के द्वार खोल दिए। एक पुस्तक में पक्षियों के बारे में काफी जानकारी थी। विभिन्न पक्षियों की जातियों, उनकी बोलियों, उनकी आदतों की जानकारी उसमें दी गई थी। दूसरीं किताब थी ट्रस्टी द रग जिसमें पानी के जहाजो की कथाएँ थीं। जहाज कितने प्रकार के दातें हैं कौन-कौन सा माल लादकर लाते हैं, कहाँ से लाते है, कहाँ जाते हैं आदि की जानकारी मिलती है। इन दो किताबों से हमें पक्षियों से भरे आकाश और रहस्यों से भरे समुन्दर के बारे में पता चलता है। पिता ने अलमारी के एक खाने से अपनी चीजे हटाकर जगह बनाई और मेरी दोनों किताबें उस खाने में रखकर कहा कि-आज से यह खाना तुम्हारी अपनी किताबों का। यह तुम्हारी अपनी लाइब्रेरी हैं। इस प्रकार लेखक का नया मार्ग प्रशस्त हो गया।

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Some More Questions From मेरा छोटा- सा निजी पुस्तकालय - धर्मवीर भारती Chapter

‘किताबों वाले कमरे’ में रहने के पीछे लेखक के मन में क्या भावना थी?

लेखक के घर में कौन-कौन-सी पत्रिकाएँ आतीं थी?

लेखक को किताबें पढ़ने और सहेजने का शौक कैसे लगा?

माँ लेखक की स्कूली पढ़ाई को लेकर क्यों चितित रहती थी?

स्कूल से इनाम में मिली अंग्रेज़ी की दोनों पुस्तकों ने किस प्रकार लेखक के लिए नयी दुनिया के द्वार खोल दिए?

‘आज से यह खाना तुम्हारी अपनी किताबों का। यह तुम्हारी अपनी लीइब्रेरी है’- पिता के इस कथन से लेखक को क्या प्रेरणा मिली?

लेखक द्वारा पहली पुस्तक खरीदने की घटना का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

‘इन कृतियों बीच अपने को कितना मेरा-भरा महसूस करता हूँ’- का आशय स्पष्ट कीजिए?

लेखक अपने कमरे में लेटे-लेटे क्या देखता रहता था?

लेखक के बाल्यकाल में कौन-सा आंदोलन चल रहा था?