निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये: दो प्रेमी हैं यहाँ, एक जब बड़े साँझ आल्हा गाता है, पहला स्वर उसकी राधा को घर से यहाँ खींच लाता है। चोरी-चोरी खड़ी नीम की छाया में छिपकर सुनती है, ‘हुई न क्यों मैं कड़ी गीत की बिधना’, यों मन में गुनती है। वह गाता, पर किसी वेग से फूल रहा इसका अंतर है। गीत, अगीत, कौन सुदंर है?
‘हुई न क्यों मैं.. गीत की’। पंक्ति को पूरा कीजिए।
पंक्ति
झड़ी
खड़ी
कड़ी
Answer
Multi-choise Question
D.
कड़ी
Sponsor Area
Some More Questions From गीत-अगीत - रामधारी सिंह दिनकर Chapter