कैदी और कोकिला
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -
किस दानावल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?
भाव सौंदर्य - कवि ने यहाँ पर अपनी प्रश्नात्मक शैली से कोयल के कष्ट का अनुमान लगा रहा है। कोयल ने ऐसा क्या देख लिया है जिसके कारण वह इतनी व्यथित है।
शिल्प सौंदर्य - भाषा में सहजता और सरलता है। भाषा तत्सम शब्द युक्त खड़ी बोली है। दावानल की ज्वालाएँ में रूपक अलंकार का प्रयोग हुआ है।
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अद्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा है?
कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?
कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की कौन सी मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं, जिन्हें वह अब नष्ट करने पर तुली है?
हथकड़ियों को गहना क्यों कहा गया है?
'कलि तू .....ऐ आली!' - इन पंक्तियों में 'काली' शब्द की आवृत्ति से उत्पन्न चमत्कार का विवेचन कीजिए।
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -
किस दानावल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -
तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह!
देख विषमता तेरी-मेरी, बजा रही तिस पर रणभेरी!
कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी सुनता होगा लेकिन उसने कोकिला की ही बात क्यों की है?
आपके विचार से स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक-सा व्यवहार क्यों किया जाता होगा?
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