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कैदी और कोकिला

Question
CBSEENHN9001377

काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -
तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह!
देख विषमता तेरी-मेरी, बजा रही तिस पर रणभेरी!

Solution

भाव-सौंदर्य - यहाँ पर कवि और कोयल के जीवन का तुलनात्मक वर्णन हुआ है। कवि ने अपने तथा कोयल के जीवन की विषमताओं की ओर संकेत किया है।
शिल्प-सौंदर्य -कवि ने यहाँ तुकबंदी का प्रयोग किया है। तेरी मेरी, वह गुनाह में स्वर मैत्री तथा अनुप्रास अलंकार है। सरल भाषा का प्रयोग किया है।

Some More Questions From कैदी और कोकिला Chapter

कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?

कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की कौन सी मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं, जिन्हें वह अब नष्ट करने पर तुली है?

हथकड़ियों को गहना क्यों कहा गया है?

'कलि तू .....ऐ आली!' - इन पंक्तियों में 'काली' शब्द की आवृत्ति से उत्पन्न चमत्कार का विवेचन कीजिए।

काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -
किस दानावल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?

काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए -
तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह!
देख विषमता तेरी-मेरी, बजा रही तिस पर रणभेरी!

कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी सुनता होगा लेकिन उसने कोकिला की ही बात क्यों की है?

 

आपके विचार से स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक-सा व्यवहार क्यों किया जाता होगा?