कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?
कोयल की स्वतंत्रता से कवि को ईर्ष्या हो रही है। वह आकाश में स्वतंत्रता से उड़ान भर रही है और कवि का जीवन जेल की काल कोठरी के अन्धकार में बंद है। कोयल गाकर अपने आनंद को प्रकट कर सकती है पर कवि के लिए तो रोना भी एक बड़ा गुनाह है जिसकी उससे सजा मिल सकती है।