निम्नलिखित काव्याशं को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये: पापी ने मंदिर में घुसकर किया अनर्थ बड़ा भारी; कलुषित कर दी है मंदिर की चिरकालिक शुचिता सारी।” ऐं, क्या मेरा कलुष बड़ा है देवी की गरिमा से भी; किसी बात में हूँ मैं आगे माता की महिमा के भी?
सुखिया के पिता ने उन्हें क्या कहा? सही कथन लिखो।
अपना अपराध क्षम्य बताया
अपराधी न होने का दावा
अछूत होने का दोष न मानना
पुत्री के वात्सल्य के कारण आना
Answer
Multi-choise Question
A.
अपना अपराध क्षम्य बताया
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Some More Questions From एक फूल की चाह - सियारामशरण गुप्त Chapter