निम्नलिखित काव्याशं को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये: मेरे दीप-फूल लेकर वे अंबा को अर्पित करके दिया पुजारी ने प्रसाद जब आगे को अंजलि भरके, भूल गया उसका लेना झट, परम लाभ-सा पाकर मैं। सोचा-बेटी को माँ के ये पुण्य-पुष्प दूँ जाकर मैं।
सुखिया का पिता पूजा का फूल मिलने पर क्या सोचने लगा?
शीघ्रता से घर जाए
शीघ्रता से बेटी को फूल देना
बीमार बेटी के लिए फूल
पूजा का फूल परम लाभ सा लगा
Answer
Multi-choise Question
D.
पूजा का फूल परम लाभ सा लगा
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Some More Questions From एक फूल की चाह - सियारामशरण गुप्त Chapter