Question
निन्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट करते हुए उनका अर्थ-सौन्दर्य बताइए-
अविश्रांत बरसा करके भी
आँखे तनिक नहीं रीती।
Solution
प्रस्तुत पंक्ति का आशय यह है कि निरंतर सात दिन तक अपनी पुत्री से दूर रहने के कारण सुखिया के पिता की आँखों से लगातार आँसुओं की धारा बहती रही, किन्तु फिर भी उसकी आँखों के आँसू समाप्त नहीं हुए अर्थात् उसके मन की पीड़ा आँसुओ के रूप में निरन्तर बहती रही।
अर्थ-सौन्दर्यः कवि ने इस पंक्ति. निरन्तर रोते रहने की दशा को अभिव्यक्त किया है। बादल लगातार बरसते रहने से एक दिन सामाप्त हो जाते हैं किन्तु सुखिया के पिता के आँसू थे कि वे एक पल के लिए भी थमें नहीं थे।