‘काले मेघा पानी दे’ संस्मरण की क्या विशेषता है?
इस संस्मरण की यह विशेषता है कि इसमें लेखक ने लोक-प्रचलित विश्वास और विज्ञान के द्वंद्व का सुंदर चित्रण किया है। विज्ञान का अपना तर्क है और विश्वास का अपनी सामर्थ्य। इसमें कौन कितना सार्थक है यह प्रश्न पढ़-लिखे समाज को उद्वेलित करता है। इसी बात को लेखक ने पानी के संदर्भ में प्रसंग रचा है। आषाढ़ का पहला पखवारा बीत जाने पर भी खेती तथा अन्य कामों के लिए पानी न हो तो जीवन चुनौतियों का घर बन जाता है। उन चुनौतियों का निराकरण यदि विज्ञान न कर पाए तो उत्सवधर्मी का भारतीय समाज किसी न किसी जुगाड़ में लग जाता है, प्रपंच रचता है तथा हर कीमत पर जीवित रहने का प्रयास करता है।