A.
“हम आज देश के लिए करते क्या हैं? माँगे हर क्षेत्र में बड़ी-बड़ी हैं।” - कथन के द्वारा लेखक देशवासियों की किस मानसिकता पर व्यंग्य कर रहा है?
B.
देश के नागरिकों के चरित्र में किस गुण का अभाव है? उस अभाव का कारण क्या है?
C.
हम किस बात के लिए दूसरों की आलोचना करते हैं? क्या हम वास्तव में उस आलोचना करने के अधिकारी हैं?
D.
नीचे लिखे अंदेश में निहित अर्थ स्पष्ट कीजिए:
“काले मेघा दल के दल उमड़ते हैं पानी झमाझम बरसता है, पर गगरी फूटी की फूटी रह जाती है, बैल पियासे के पियासे रह जाते हैं।”
A.
“हम आज देश के लिए करते क्या हैं? माँगे हर क्षेत्र में बड़ी-बड़ी हैं।” - कथन के द्वारा लेखक देशवासियों की किस मानसिकता पर व्यंग्य कर रहा है?
B.
देश के नागरिकों के चरित्र में किस गुण का अभाव है? उस अभाव का कारण क्या है?
C.
हम किस बात के लिए दूसरों की आलोचना करते हैं? क्या हम वास्तव में उस आलोचना करने के अधिकारी हैं?
D.
नीचे लिखे अंदेश में निहित अर्थ स्पष्ट कीजिए:
“काले मेघा दल के दल उमड़ते हैं पानी झमाझम बरसता है, पर गगरी फूटी की फूटी रह जाती है, बैल पियासे के पियासे रह जाते हैं।”