जैव यान्त्रिकी का खेलों में क्या महत्त्व है? व्याख्या कीजिए।
- खेलों में प्रदर्शन को बढ़ाना: जीवयान्त्रिकी के सिद्धान्तों के प्रयोग द्वारा व्यक्ति को तकनीक व उपकरण में सुधार करके एवं कम बल प्रयोग कर मांसपेशियों के प्रदर्शन में सुधार होता है।
- तकनीक में सुधार: जैवयान्त्रिकी के सिद्धान्तों का प्रयोग कर शारीरिक शिक्षक उचित तकनीक का प्रयोग करके खिलाड़ियों की गलतियों में सुधार करता है जिससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार होता है।
- खेल उपकरण सुधारने में मदद: जैवयान्त्रिकी के सिद्धान्त खेल उपकरणों का स्तर सुधारने में मदद करते हैं । उदाहरण के तौर पर-हल्की टी शर्ट, रत्त्डस, स्पाइक्स, तैराकी, पोशाक, हॉकी, उम्र के अनुसार फुटबाल, हलके हेल्मेट, दस्ताने एवं सुरक्षात्मक उपकरण।
- खेल चोटों से बचाव: खेल के दौरान चोट लगने के कारणों का पता लगाने में जैवयान्त्रिकी का बहुत योगदान है। चोट लगने या पुन: लगने से किस प्रकार सहायता कर सकते हैं, यह ज्ञान हमें जैवयान्त्रिकी से होता है।
- प्रशिक्षण तकनीक में सुधार: जैवयान्त्रिकी के सिद्धान्तों का प्रयोग कर खिलाड़ी की गतिविधियों का आंकलन किया जाता है। अनावश्यक क्रियाओं को हटाकर कम शक्ति में अधिक कार्य किया जाता है।
- मानव शरीर को समझने में सहायता: जैवयान्त्रिकी के द्वारा हमें शरीर के विभिन्न संस्थानों की विस्तार से जानकारी हो जाती है। जैसे कंकाल तन्त्र, मांसपेशी तन्त्र, स्नायु तन्त्र, आदि।
- सुरक्षा सिद्धान्तों का ज्ञान: जैवयान्त्रिकी के सिद्धान्तों का प्रयोग कर खेल में ऐसी अनचाही गति व क्रियाओं को हटा देते हैं जिनकी वजह से खिलाड़ी को चोट लग सकती है। इससे खिलाड़ी में रूचि बढ़ जाती है एवं खेल में सुधार होता है।
- पढ़ाने-लिखाने एवं नए अनुसंधान में मदद: जैवयान्त्रिकी खेल-कूद की तकनीक, उपकरणों एवं मांसपेशियों की शक्ति को बढ़ाने के लिए नए-नए अनुसंधान करने में सहायक होती है। पढ़ाने एवं लिखाने में भी शिक्षकों की सहायता करती है।
- खिलाड़ियों के आत्मविश्वास में वृद्धि: खिलाड़ी को इस बात का पूरा विश्वास होता है कि वह जो क्रियाएँ कर रहा है वह पूरी तरह वैज्ञानिक मापदंडो पर आधारित है। इससे प्रदर्शन के समय खिलाड़ी आत्मविश्वास से परिपूर्ण होता है।
- शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखने में सहायता: जैवयान्त्रिकी द्वारा खिलाड़ी को यह ज्ञान रहता है कि भौतिक शक्तियों का और गतिशील रहने पर इसका हमारे शरीर पर क्या असर होता है। इससे शारीरिक स्वास्थ बनाये रखने में सहायता मिलती है।
- खेलों की लोकप्रियता में वृद्धि: आज कल जैवयात्रिकी के सिद्धान्तों के प्रयोग से खेल तकनीक उपकरण एवं मैदान की लम्बाई-चौड़ाई आदि में सुधार हुआ है जिसकी वजह से खेलों की लोकप्रियता में वृद्धि हुई है।



