क्या आप कुछ ऐसे गाँवों की कल्पना कर सकते है जहाँ पहले रोज़गार का कोई अवसर नहीं था, लेकिन बाद में बहुतायत में हो गया?
मेरे गाँव के आस-पास कुछ आर्थिक रूप से पिछड़े गाँव है। उनका मुख्य व्यवसाय कृषि था। एक परिवार ने अपने बेटों में से एक बेटे को एक कृषि महाविद्यालय भेजने का फैसला किया। लड़के को पास के कृषि कॉलेज में प्रवेश मिला गया। कुछ समय बाद वह कृषि-अभियांत्रिकी में योग्य हो गया और गांव में वापस आ गया। उसने नई तकनीकों के माध्यम से कृषि करना शुरू किया, जिससे गेहूं की पैदावार में वृद्धि हुई है। उसकी सफलता से प्रेरित होकर सभी गांव वालो ने एक बैठक की। सभी परिवार अपने बच्चों के लिए भी बेहतर भविष्य बनाना चाहते थे। उन्होंने गांव में एक स्कूल खोलने के लिए पंचायत से अनुरोध किया। सरकार की मदद से पंचायत ने एक स्कूल खोला, शिक्षकों की भर्ती की गई। कुछ लड़कियों ने सिलाई में प्रशिक्षण लिया और गाँवो के सभी परिवारों के कपड़े सिलना शुरू कर दिया, कुछ छात्र-छात्रा शिक्षा प्राप्त कर शिक्षक-शिक्षिका बन गई। कुछ छात्र-छात्रा मेडिकल कॉलेज में नामांकन के लिए चुने गए पढ़ाई पूरी होने के बाद वे नजदीकी गाँवो में बीमार लोगों का इलाज करने लगे इस प्रकार कुछ ही समय में यह ऐसा गाँव जिसकी शुरुआत में औपचारिक रूप से कोई नौकरी नहीं थी। वहाँ कृषि इंजीनियर, दर्जी, शिक्षक, डॉक्टर एवं अन्य कई रोजगार के अवसर सृजित हुए।



